नैनीताल । आठवां “कौतिक” अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 3 और 4 जनवरी, 2025 को यूजीसी-एमएमटीटीसी, कुमाऊं विश्वविद्यालय में आयोजित किया जाएगा। नैनीताल से शुरू हुआ यह महोत्सव जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क और गंगा के तटों से होते हुए यात्रा कर चुका है और इस वर्ष पुनः नैनीताल में आयोजित होगा ।
फ़िल्म महोत्सव के निदेशक राजेश शाह ने कहा कि कौतिक का मकसद “युवा और नए फिल्म निर्माताओं को प्रोत्साहन देना है”। इस वर्ष के आईएफएफआई पैनोरमा जूरी की सदस्य और महोत्सव की कला निदेशक शालिनी शाह कहती हैं, “आज की युवा पीढ़ी अनोखे तरीकों से अपनी रचनात्मकता को उजागर करती है। उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए पर्याप्त मंच मिलना चाहिए।” यह महोत्सव इसी कड़ी का हिस्सा है ।
उन्होंने बताया कि फ़िल्म महोत्सव में फिल्म प्रदर्शन के अलावा, पुस्तक विमोचन, खुली चर्चाएं और पैनल चर्चा भी आयोजित की जाएंगी। फिल्म समीक्षक और सलाहकार बोर्ड के प्रमुख सदस्य क्रिस्टोफर डाल्टन ने कहा कि नैनीताल की सुरम्य सुंदरता इस प्रकार के आयोजन के लिए एक आदर्श स्थान है।
महोत्सव में इस वर्ष के पैनलिस्टों में
मार्कोस कार्वाल्हो (ब्राज़ील), उषा देशपांडे (भारत),जूडी ग्लैडस्टोन (कनाडा) शामिल हैं ।
महोत्सव में स्पेन, फ्रांस, इटली, रूस, ईरान, भारत और कई अन्य देशों की फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। महोत्सव की शुरुआत दिवा शाह की “बहादुर द ब्रेव” से योगी, जिसे सैन सेबेस्टियन अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में कुट्ज़ाबैंक-न्यू डायरेक्टर्स अवार्ड मिला है। स्पेन की शॉर्ट फिक्शन फिल्मों का केंद्र बिंदु प्रदर्शन होगा और समापन हिमांशु तोमर की वेव्स से होगा । जिसे मुंबई इंटरनेशनल स्टूडेंट फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री पुरस्कार मिला।
महोत्सव में दिखाई जाने वाली प्रमुख फिल्मों में गुरास – सौरव राई, भारत (115 मिनट),
अड्डूमारे – हर्मेस मंगियालार्डो, इटली (5 मिनट),द मार्च ऑफ द पेंगुइन्स – डेनिएला लूगो और जोस अंसारियो, मेक्सिको (19 मिनट), जुंबवी – बाराका मिशेक कायाला, तंजानिया (24 मिनट),फूल देई – कार्तिक महाजन, भारत (8 मिनट) मुख्य हैं ।
उन्होंने बताया कि महोत्सव की अधिक जानकारी वेबसाइट: kautik.org,
राजेश शाह (+91 94113 44136) या क्रिस्टोफर डाल्टन (+91 807 577 6287) से ली जा सकती है ।