नैनीताल । उद्यान विभाग के इंडो डच मशरूम परियोजना , ज्योलीकोट के तत्वाधान में मशरूम उत्पादन पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन जोहार मिलन केंद्र हल्द्वानी में किया गया। संगोष्ठी का संचालन करते हुए वरिष्ठ उद्यान निरीक्षक आरसी जोशी ने मशरूम में विद्यमान पोषक तत्वों की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि मशरूम में मौजूद पोषक तत्व न केवल इम्यून सिस्टम मजबूत करते हैं वरन कई बीमारियों से भी हमारा बचाव करते हैं ।
केंद्र के मुख्य मशरूम विकास अधिकारी जेसी भट्ट प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा की औषधीय गुणों से भरपूर मशरूम का उत्पादन एक नियंत्रित तापमान में बंद कमरों अथवा झोपड़ियों में पूरे वर्ष भर आसानी से किया जा सकता है । वरिष्ठ तकनीकी विशेषज्ञ एसएस बिष्ट एवं सरस्वती बृजवाल ने बटन, ओयस्टर तथा मिल्की मशरूम की बारीकियां बताई कहा कि बेरोजगार नवयुवक एवं नव युवतियां कम पूंजी कम श्रम से अपनी आर्थिकी में वृद्धि कर सकते हैं।
भारतीय जीवन बीमा निगम पूर्व सीनियर डिविजनल ऑफिसर एवं जोहार सांस्कृतिक एवं वेलफेयर सोसाइटी के संरक्षक तथा संगोष्ठी के मुख्य अतिथि गजेंद्र सिंह पांगती ने कहा कि बिना श्रम एवं साधना के प्रतिफल नहीं मिलता । इसलिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का युवाओं ने लाभ लेना चाहिए। पूर्व मुख्य विकास अधिकारी एवं गोष्ठी के विशिष्ट अतिथि श्याम सुंदर सिंह पांगती ने युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए शीटाके एवं गैनोडर्मा प्रजातियों को बढ़ावा देने का आह्वान किया।
इस अवसर पर शौका महिला समिति की अध्यक्षा बसंती टोलिया ने उपस्थित प्रतिभागियों से कहा कि कोई भी रोजगार छोटा या बड़ा नहीं होता किसी भी आयु में कोई भी रोजगार अपनाया जा सकता है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के पूर्व आर एम ओ एवं संगोष्ठी के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह धर्मशक्तु ने महानगरों में कम श्रम से परेशान युवाओं से मशरूम को व्यवसाय के रूप में अपनाने का आह्वान किया और कहा महिला समूह के माध्यम से भी कई प्रकार के योजनाओं का लाभ लिया जा सकता है। संगोष्ठी में निर्मला पांगती ने अपने प्रेजेंटेशन के माध्यम से मशरूम उत्पादन के अनुभव साझा की।
विभाग द्वारा बटन, शीटाके, ओयस्टर, स्पॉन सहित ताजा मशरूम का स्टॉल लगाया गया।
इस अवसर पर गगन पंत, हरिओम उपाध्याय,भवानी शंकर कांडपाल, भुवन चंद पांडे,जनार्दन चौधरी, बसंत सिजवाली,बीसी मुंगेली सहित 60 प्रतिभागी उपस्थित रहे।