नैनीताल । श्रीनंदा देवी महोत्सव के तहत सोमवार को रोखड गांव निकट मंगोली से कदली वृक्ष नैनीताल लाये गए जिसके बाद नैनीताल में कुमाउनी संस्कृति की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई । जिसमें सैकड़ों स्कूली बच्चों, महिलाओं व अन्य श्रद्धालुओं ने भागीदारी की । इस शोभायात्रा के दौरान नैनीताल में कुमाउनी संस्कृति की मोहक छटा देखने को मिली ।
कदली वृक्षों की सुबह रोखड़ गांव में विधि विधान से पूजा हुई । साथ ही वहां वृक्षारोपण हुआ । जिसके बाद इन वृक्षों को सूखाताल लाया गया । सूखाताल चौराहे में रामलीला कमेटी सूखाताल द्वारा कदली वृक्षों की पूजा अर्चना की साथ ही प्रसाद वितरण हुआ । जहां से कदली वृक्षों को वैष्णव देवी मन्दिर हल्द्वानी रोड तल्लीताल ले जाया गया । जहां विधि विधान से पूजा अर्चना हुई । यहां भंडारे का आयोजन भी हुआ । वैष्णव देवी से कदली वृक्षों को भव्य शोभायात्रा, बेंड बाजे, ढोल दमाऊ,मशकबीन की धुन व छोलिया नृतकों के साथ माल रोड से मल्लीताल पहुंची और बाजार भ्रमण के बाद कदली वृक्ष नयना देवी मंदिर ले जाये गए और मंदिर की परिक्रमा के बाद सेवा समिति भवन में रखे गए । जहां मंगलवार को मूर्ति निर्माण होगा ।
शोभा यात्रा में हल्की बारिश के बावजूद स्कूली बच्चे पूरे उत्साह के साथ तरह तरह के परिधानों में सज धज कर पहुंचे थे । साथ ही देवी देवताओं की वेशभूषा,नन्दा राजजात की झांकी लिए हुए चल रहे थे । इस दौरान मां के जयकारों से वातावरण गुंजायमान रहा ।
नयना देवी मन्दिर में आयुक्त तथा मुख्यमंत्री के सचिव दीपक रावत कदली वृक्ष की पूजा करने पहुंचे ।
शोभायात्रा में रामसेवक सभा के पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे ।
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