भाजपा के सामने मिथक तोड़ने की चुनौती !
नैनीताल । नैनीताल नगर पालिकाध्यक्ष पद पर अब तक हुए चुनावों में हमेशा पराजित रही भाजपा ने इस वर्ष जीत दर्ज करने के लिये ‘सबको परखा बार-बार, भाजपा को परखो’ अबकी बार’ का नारा दिया है । नैनीताल महिला सामान्य के लिये आरक्षित सीट पर भाजपा ने मल्लीताल बाजार निवासी जीवंती भट्ट को दावेदार बनाया है ।
शुक्रवार को मल्लीताल गोलघर के पास सांसद अजय भट्ट व विधायक सरिता आर्य ने पार्टी प्रत्याशी जीवंती भट्ट की मौजूदगी में चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया । जिसके बाद भाजपा प्रत्याशी जीवंती भट्ट ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मल्लीताल बाजार में जनसम्पर्क कर मतदाताओं से सहयोग की अपील की । इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने जीवंती भट्ट के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की और ‘सबको परखा बार-बार, भाजपा को परखो अबकी बार’ के नारे लगाए गए ।
यहां बता दें कि नैनीताल नगर पालिका अध्यक्ष पद पर अब तक हुए चुनावों में भाजपा कभी नहीं जीत पाई है । भाजपा के स्थापना के बाद 1988 में हुए चुनाव में निर्दलीय अधिवक्ता रामसिंह रावत ने विश्वम्भर दयाल व्यास को हराकर चुनाव जीता । 1994 से 1997 तक नगर पालिका प्रशासक के हवाले रही । 1997 में पालिकाध्यक्ष का चुनाव निर्दलीय संजय कुमार संजू जीते । तब भाजपा प्रत्याशी रमाकांत हार गए थे । 2003 में कांग्रेस प्रत्याशी सरिता आर्या ने भाजपा व अन्य प्रत्याशियों पर एकतरफा जीत दर्ज की थी ।
2008 के चुनाव में निर्दलीय मुकेश जोशी मंटू विजयी रहे । 2013 के चुनाव में उक्रांद के श्याम नारायण व 2018 में कांग्रेस के सचिन नेगी विजयी रहे । इन चुनावों में भी भाजपा तीसरे स्थान पर रही ।
नैनीताल में भाजपा के हारने के कारण यहां के जातिगत जनसंख्या के आंकड़े हैं । यहां चुनाव में मुस्लिम, अनुसूचित जाति,जनजाति व ओ बी सी मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं । जो एक दशक पूर्व तक कांग्रेस का वोट बैंक था । हाल के दशक में मोदी लहर के दौरान हुए लोक सभा व विधान सभा चुनाव को छोड़कर उससे पहले हुए विधान सभा व लोक सभा चुनाव में भी नैनीताल शहर में हमेशा कांग्रेस जीतती रही है ।
भाजपा 2025 के निकाय चुनाव में अब तक के मिथक को तोड़ने दावा कर रही है । भाजपा प्रत्याशी जीवंती भट्ट इस तथ्य को बार बार कह रही हैं कि “केंद्र व राज्य में भाजपा सरकार है और नगरपालिका अध्यक्ष भाजपा का होने से शासन से ग्रांट मिलने में आसानी होगी” । भाजपा का ‘ट्रिपल इंजन’ का यह दांव चल गया तो नैनीताल पालिका में पहली बार भाजपा का चेयरमैन बन सकता है । लेकिन कांग्रेस ने नैनीताल में डॉ. सरस्वती खेतवाल के रूप में मजबूत प्रत्याशी उतारा है । जिनकी समाज के हर वर्ग, प्रत्येक राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं में व्यक्तिगत पहचान है । जो भाजपा के लिये कड़ी चुनौती बन रही हैं ।