(एस आर चन्द्रा)हल्द्वानी(नैनीताल) । उपनल की 19वीं वर्षगाँठ के अवसर पर बुधवार को उत्तराखण्ड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लि0 (उपनल), कार्यालय हिमगीरी आदर्श नगर कालौनी पीलीकोठी कालाढूंगी रोड हल्द्वानी (नैनीताल) में हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया।
इस मौके पर मुख्य परियोजना अधिकारी कर्नल आलोक पाण्डे, (अ०प्रा०) द्वारा अपने विचार रखे । जिसमें उनके द्वारा उपनल के प्रति कर्मचारियों को अपना कार्य कर्तव्य निष्ठा और ईमानदारी से किये जाने के साथ ही उपनल की गरिमा को बनाये रखने में अपना अपना योगदान दिये जाने हेतु कहा गया।
कार्यक्रम में ले०कर्नल जी०एस० बिष्ट, अ०प्रा० जिला सैनिक कल्याण अधिकारी हल्द्वानी एवं मेजर भूपाल सिंह रौतेला (अ०प्रा०), सदस्य, बोर्ड ऑफ निदेशक मण्डल, उपनल के साथ ही उपनल कर्मचारियों द्वारा अपनी सहभागीता की गयी। इस मौके पर उपनल कर्मचारी नारायण सिंह वरिष्ठ लिपिक, महेश चन्द्र लोहनी वरिष्ठ लिपिक, पंकज मासीवाल लिपिक, लक्ष्मण सिंह लिपिक, हिंमाशु अधिकारी लिपिक, विनोद महरा लिपिक, श्री गोकुल सिंह लिपिक, इन्द्र सिंह कार्की लिपिक, सुरेन्द्र सिंह सु०गा०, नवीन जोशी, सुरेन्द्र सिंह चतुर्थ श्रेणी,जयपाल सिंह रावत बहुदेशीय कर्मी के साथ सभी उपनल कर्मचारियों द्वारा अपनी सहभागीता की गयी।
बता दें कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा पूर्व सैनिक एवं उनके आश्रितों को रोजगार दिये जाने हेतु 01 मार्च 2004 को उत्तरांचल पूर्व सैनिक कल्याण लि० (उपसुल) की स्थापना की गयी। तत्पश्चात 31 जनवरी 2007 से उपसुल को निगम बनाते हुए इसका नाम “उपनल” किया गया। उपनल का मुख्यालय अंडमान रोड, गढ़ी कैन्ट देहरादून में स्थित है। इसके अधीन दो मण्डल कुमाऊँ एवं गढ़वाल आते हैं।
इसका मुख्य उद्देश्य पूर्व सैनिकों और उनके विधिक आश्रितों को मुख्य तौर पर रोजगार उपलब्ध कराना है। वहीं दूसरी ओर नियोक्ता (विभाग) की आवश्यकताओं एवं प्राथमिकताओं को देखते हुए, संतुलन भी स्थापित करना है। अर्थात उपनल एक आउटसोर्सिंग एजेन्सी के रूप में कार्य करते हुए अर्ह मानव / श्रम उपलब्ध कराता है। उपनल डायरेक्टर जनरज ऑफ रिसटलमेंट (डी०जी०आर०), भारत सरकार के अन्तर्गत रजिस्टर्ड आउटसोर्सिङ एजेन्सी है। उत्तराखण्ड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लि0 उत्तराखण्ड अधिप्राप्ति नियमावली-2017 के प्राविधान के अनुसार निविदा आमंत्रित करने की आवश्यकता नहीं है, अर्थात नियोक्त विभाग उपनल से सीधे कार्मिक प्राप्त कर प्रायोजित कर सकते हैं। उपनल द्वारा सरकारी / अर्द्ध सरकारी, प्रदेश एवं प्रदेश से बाहर लगभग 24000 कर्मचारी कार्यरत हैं। जिसमें से मुख्यतः उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन, उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम, मा0 उच्च न्यायालय, जिला न्यायालय, एन०एच०पी०सी०, वन विभाग, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, भारत हैवी इलेक्ट्रीकल लि०, शिक्षा विभाग, इन्द्रप्रस्थ गैस लि०, मेडिकल कालेजों के साथ ही उत्तराखण्ड सरकार के अधीन लगभग सभी सरकारी संस्थानों में उपनल कर्मचारी कार्यरत हैं।