नैनीताल । युगमंच के 26वें होली महोत्सव के उदघाटन अवसर पर रविवार को बाराकोट चम्पावत के होल्यारों की खड़ी होली की मनमोहक प्रस्तुति स्थानीय लोगों व पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रही । इस मौके पर वरिष्ठ होल्यार बसंत जोशी को सम्मानित भी किया गया। इस वर्ष का होली महोत्सव स्व0नवीन चंद्र शाह, अनिल पंत, तुषार कांत त्रिपाठी को समर्पित किया गया है ।
युगमंच के होली महोत्सव में विशेष आमंत्रित टीम “लड़ी धुरा शैक्षिक एवं साँस्कृतिक मंच बाराकोट चम्पावत” ने आज अपरान्ह में नैना देवी मन्दिर प्रांगण में परंपरागत कुमाऊंनी खड़ी होली प्रस्तुत की ।
समिति के अध्यक्ष नागेंद्र जोशी के नेतृत्व में एवं वरिष्ठ होल्यार बसंत बल्लभ जोशी के मार्गदर्शन में लोकमान अधिकारी, रजनीश जोशी, उमेश जोशी, राजेश अधिकारी, केदार जोशी, नवल जोशी, जगदीश अधिकारी सहित दल के दो दर्जन होल्यारों ने ढोल व मंजीरे के साथ विशेष लय ताल में खड़ी होली प्रस्तुत की ।
इस अवसर पर युग मंच द्वारा होली गायन के विशेषज्ञ बसंत बल्लभ जोशी को सम्मानित किया गया ।श्री जोशी को कुमाऊंनी होली गीत कंठस्थ याद हैं।
युग मंच की पहल पर आज राम सेवक सभा प्रांगण में आयोजित बैठकी महिला होली में 7 दलों में मेविला माउंट रोज महिला समिति की जया पालीवाल, नैनी महिला एवं बाल विकास समिति की लक्ष्मी थापा, समर्पण वुमन वेलफेयर सोसाइटी की संगीता अग्रवाल, रंगीलो कुमाऊँ की संगीता मनराल बिष्ट, नैनीताल क्लब कंपाउंड समिति की चंद्रा जोशी, पाषाण देवी समिति की महिला होल्यार, नैनी महिला जागृति संस्था की मंजू रौतेला के नेतृत्व में शानदार प्रस्तुतियां दीं। युग मंच द्वारा प्रत्येक टीम लीडर को सम्मान पत्र एवं प्रत्येक प्रतिभागी को उपहार देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में प्रो0 शेखर पाठक, मिथिलेश पांडे, राजीव लोचन शाह, किशोर जोशी सहित आयोजन को सफल बनाने में शारदा संघ के अध्यक्ष डाo देवेन्द्र सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष चंद्र लाल शाह, राम सेवक सभा अध्यक्ष मनोज शाह, जगदीश बावड़ी, मुकेश जोशी मंटू, अनूप शाही, विमल शाह सहित युग मंच की टीम में जहूर आलम, डी के शर्मा, हेमंत बिष्ट, जितेन्द्र बिष्ट, भास्कर बिष्ट, राजा शाह, दिनेश उपाध्याय,रफत आलम, नवीन बेगाना, मनु कुमार, डाo अशोक कुमार, अदिति खुराना, अमित शाह, बृजेश जोशी, ध्रुव कांडपाल, नीरज डालाकोटी, दीपक सहदेव, अमृत कुमार, डॉo हिमांशु पांडे आदि शामिल थे। संचालन हेमंत बिष्ट द्वारा किया गया।
खड़ी होली की शुरुआत नयना देवी मंदिर से हुई । जहां चंपावत के होल्यारों ने “जै माँ नैना कल्याण करो, माई जै नैना कल्याण करो, कच्चे गोबर अंगना लिपाये मोतियन चौक पूराये, माँ कल्याण करो । पारंपरिक होली “जल कैसे भरू जमुना गहरी, और ‘झनकारो झनकारो झनकारो, गोरी प्यारो लगे तेरो झनकारो, की प्रस्तुतियां दी। साथ ही सजना घर आए फागुन में बालम घर आए सावन में, गोरी नैना तुम्हारे रसा भरे हैं कहो यहीं बस जाएं, गोरी तुम कपोलन बन जाओ, तो गोरी हम बिंदिया बन जाएं, विशेष आकर्षण का केंद्र रही ।