नैनीताल । गिरीश तिवारी गिर्दा के अनन्य साथी,जाने माने रंगकर्मी और युगमंच के आधार सदस्य प्रमोद प्रकाश साह के निधन पर नैनीताल के रंगकर्मियों ने शोक व्यक्त किया है । वे करीब 75 वर्ष के थे ।
युगमंच के अध्यक्ष जहूर आलम के अनुसार ” प्रमोद दाज्यू बेहतरीन नर्तक और अभिनेता थे ।जब नैनीताल में गीत और नाटक प्रभाग का केंद्र खुला तभी बृजेंद्र लाल शाह जी की नजर उन पर पड़ी । ताजिंदगी उन्होंने गीत नाटक प्रभात में नौकरी की । उन्होंने गीत नाटक प्रभाग के कार्यक्रमों में अधिकतर प्रमुख भूमिकाओं में अपने अभिनय और नृत्य का जादू बिखेरा ।
1976 में युगमंच की स्थापना काल से ही वह युगमंच से गिर्दा के साथ ही जुड़ गए थे और युगमँच के आधार सदस्य थे । युगमँच की सफलताओं की किताब में उनके काम और योगदान को कुछ पन्नों में ही नहीं बल्कि कई अध्यायों तक विस्तारित किया जा सकता है। अंधायुग, अंधेर नगरी से लेकर जिन लाहौर नई देख्या आदि जिन नाटकों ने युगमंच को रंग पटल पर स्थापित किया । ऐसे दर्जनों नाटकों में उनकी ऑन स्टेज या ऑफ स्टेज बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही । अपने साथ ही वह अपनी बेटी भूमिका को भी रंगमंच पर ले आए और युगमंच के एक महत्वपूर्ण नाटक बाबा लोचनदास में भूमिका ने ज़बरदस्त अभिनय किया । प्रमोद दा मंच पर जितनी ऊर्जा से काम करते थे उतनी ही दक्षता लगन के साथ वे बैक स्टेज भी सँभालते थे । वे एक कुशल मेकअप आर्टिस्ट थे” ।
बताया कि लंबी बीमारी के बाद हल्द्वानी के सेंट्रल अस्पताल में उनका देहांत हो गया । बहुत दिनों से वह अपने बेटे के साथ बेंगलुरु में रह रहे थे । कुछ ही दिन पूर्व वह ज़िद करके हल्द्वानी आए थे । यहां उनकी तबीयत बिगड़ गई और आज उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे । उनका अंतिम संस्कार सोमवार सुबह होगा ।
उनके निधन पर नैनीताल के रंगकर्मियों ने शोक व्यक्त कियाहै ।