मुजफ्फरनगर कांड के दोषियों को सजा न मिलना शहीदों का अपमान ।
नैनीताल। उत्तराखंड आंदोलन के दौरान गाँधी जयंती के दिन हुए मुजफ्फरनगर कांड की बरसी पर विभिन्न संगठनों ने तल्लीताल गाँधी चौक पर धरना प्रदर्शन कर राज्य आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की । इस दौरान एक स्वर में रामपुर तिराहा कांड के अभियुक्तों को तीन दशक बाद भी सजा नहीं होने पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया।
नैनीताल पीपुल्स फोरम के बैनर तले विभिन्न संगठनों के लोग तल्लीताल गांधी प्रतिमा के समक्ष एकत्र हुए और धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान पूर्व विधायक डॉ. नरायण सिंह जंतवाल ने कहा कि राज्य की मांग के लिए दिल्ली कूच कर रहे आंदोलनकारियों के साथ तत्कालीन मुलायम सरकार की शह पर जुल्म ढाए गए। महिलाओं की अस्मत लूटी गई। निहत्थे आंदोलनकारियों का पुलिसिया दमन किया गया, तीन दशक बाद बलिदानी आंदोलनकारियों व उत्पीड़न व दमन की शिकार महिलाओं को न्याय नहीं मिला। उल्टा तत्कालीन जिलाधिकारी अनंत कुमार सिंह को राजनीतिक संरक्षण दिया गया। इस दौरान अधिवक्ता एवं राज्य आंदोलनकारी कैलाश जोशी ने राज्य में हो रही महिला अपराधों में बढ़ोतरी के लिए राज्य सरकार को कोसा गया। साथ ही नैनीताल में अंधाधुंध भारी निर्माण पर सख्त प्रतिबंध लगाने की पुरजोर मांग की। इस अवसर पर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष डीएस मेहता, जहूर आलम, प्रदीप पांडे, इंद्र सिंह नेगी साहित कई वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे। धरना प्रदर्शन में प्रकाश पांडे, दिनेश साह, प्रो. उमा भट्ट, माया चिलवाल, मनमोहन कनवाल, गुंजीता पंत, अंकिता ओझा, गजेंद्र रौतेला, दामिनी पंत, हिमांशु विश्वकर्मा, दिनेश उपाध्याय,चिन्मय साह, हर्ष काफर, भास्कर उप्रेती, कमल नेगी, लीला बोरा, हेमलता तिवारी, दीवान सिंह कनवाल समेत अन्य आंदोलनकरी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालक राज्य आंदोलनकारी अधिवक्ता कैलाश जोशी ने किया।
इस अवसर पर गजेंद्र रौतेला ने पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई थी । जो राज्य आंदोलन पर आधारित है ।