नैनीताल । उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के उपखंड अधिकारी, नैनीताल को ग्राम थापला और मंगोली के समस्त ग्रामवासियों ने बिजली बिलिंग और संबंधित सेवाओं में गंभीर अनियमितताओं को लेकर एक शिकायत पत्र सौंपा है।
शिकायत में मुख्य रूप से मीटर रीडिंग में गंभीर अनियमितता, अत्यधिक और विलंबित बिलिंग, और मीटर रीडर व ठेकेदार के अस्वीकार्य दुर्व्यवहार का उल्लेख किया गया है। ये समस्याएं समस्त ग्राम वासियों को प्रभावित कर रही हैं।
ग्रामवासियों की मुख्य शिकायत यह है कि मीटर रीडर समय से रीडिंग लेने नहीं आते हैं। नियमानुसार बिजली का बिल हर माह जारी होना चाहिए, इसके विपरीत, बिल 6-6 माह के लंबे अंतराल पर प्राप्त होते हैं। बिल को 6 माह तक रोकना सेवा में स्पष्ट कमी को दर्शाता है। लंबे अंतराल के कारण, बिजली की खपत (यूनिट्स) एक ही बिल में बहुत अधिक दिखाई जाती है। इस विलंबित बिलिंग के कारण उपभोक्ताओं पर बिना किसी गलती के बढ़ी हुई स्लैब दरें लागू कर दी जाती हैं, जबकि यह उपयोग घरेलू/ग्रामीण है। ग्रामवासियों ने इसे UERC टैरिफ आदेशों तथा न्याय के सिद्धांत का उल्लंघन बताया है।
ग्राम सभा में कई उपभोक्ताओं ने अपना बिजली बिल अकाउंट गूगल पे के साथ जोड़ा है और नियमित रूप से बिलों का भुगतान भी कर रहे हैं, जिसकी रसीदें भी उपभोक्ताओं के पास उपलब्ध हैं। ठेकेदार को यह जानकारी देने के बावजूद भी, बिजली की यूनिट्स असामान्य रूप से बढी हुई आ रही हैं जिसके कारण उपभोक्ताओं को अत्यधिक बिल जारी किये जा रहे हैं। समय पर भुगतान करने और गूगल पे की रसीदें होने के बावजूद बेतहाशा बढ़े हुए बिलों का सामना करना पड़ रहा है, जो पूरे ग्राम सभा के लिए चिंता का विषय है।
शिकायत पत्र में मीटर रीडर व ठेकेदार के दुर्व्यवहार और धमकी का भी गंभीर उल्लेख है। बिल वितरित करने वाला ठेकेदार/मीटर रीडर न केवल समय पर बिल नहीं देता है, बल्कि शिकायत किए जाने पर धमकी देता है और लोगों के सामने कहता है कि “जिसको जो करना है कर लो, मेरी जान-पहचान ऊपर तक है और जो करना है कर लो”। यह व्यवहार UPCL जैसे जिम्मेदार संस्थान के लिए बिल्कुल अस्वीकार्य है और यह सीधे-सीधे उपभोक्ता को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने जैसा है। इस प्रकार धमकी देना उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत अनुचित व्यापार व्यवहार (Unfair Trade Practice) की श्रेणी में आ सकता है। शिकायतकर्ता दयाल पंत व हरीश पंत द्वारा ठेकेदार से फोन पर संपर्क किया गया था, लेकिन अब न तो ठेकेदार फोन उठाया और न ही कोई कार्यवाही की गई है, और समस्या जस की तस बनी हुई है।
ग्राम सभा ने उपखंड अधिकारी से इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेने और तत्काल जांच करवाकर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। उनकी मांगों में ग्राम थापला, मंगोली में मासिक बिलिंग की प्रक्रिया को तुरंत लागू कराना और विलंबित बिलिंग के कारण लगाई गई अतिरिक्त / कमर्शियल दरों को समाप्त कर सही घरेलू दरों पर बिल को संशोधित करना शामिल है। साथ ही, मीटर रीडर व ठेकेदार के दुर्व्यवहार और धमकी की उच्च-स्तरीय जांच कराकर उसके खिलाफ आवश्यक अनुशासनात्मक और कानूनी कार्यवाही करने की मांग की गई है ताकि भविष्य में ऐसा न हो।
गांव के लीलाधर पन्त,केशव पन्त,हरीश जोशी,सुनील जोशी,मनोज नेगी,गोपाल पन्त,सुरेश पन्त अन्य ने भी विद्युत रीडर की मनमानी पर रोष व्यक्त किया है ।



