नैनीताल । नैनीताल के प्रमुख रंगकर्मी, संगीतज्ञ, कवि जगमोहन जोशी मंटू का सोमवार की सुबह 3-4 बजे निधन हो गया । वे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे और नैनीताल के बी डी पांडे अस्पताल में भर्ती थे । वे अविवाहित थे और सन्त प्रवृत्ति के थे ।
करीब 60 वर्षीय जगमोहन जोशी को संगीत के क्षेत्र में वरदहस्त प्राप्त था । उन्होंने कई फिल्मों में संगीत दिया । वे देहरादून के कर्नल ब्राउन पब्लिक स्कूल में संगीत शिक्षक रहे । लेकिन बाद में उन्होंने यह नौकरी छोड़ दी और अपने भाइयों के साथ मल्लीताल बड़ा बाजार स्थित प्रतिष्ठान जोशी वैरायटी का संचालन करते थे ।
उनके बड़े भाई मोहन चन्द्र जोशी प्रमुख होली गायक हैं । जबकि उनके भतीजे रवि जोशी डी एस बी परिसर के संगीत विभाग के प्रोफेसर हैं ।
स्व.जगमोहन जोशी मंटू युगमंच नैनीताल के संस्थापक रहे । युगमंच के संस्थापक जहूर आलम ने बताया कि जगमोहन जोशी संगीत, कला,नाटक,कविता लेखन में अग्रणी थे । उन्होंने कई फिल्मों में संगीत दिया । दो दशक पूर्व राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के तत्कालीन निदेशक सुरेश शर्मा ने कुछ नाटकों में संगीत देने के लिये उन्हें एन एस डी बुलाया था ।
बताया कि विगत रात्रि वे करीब 10 बजे तक जगमोहन के साथ बैठे थे और उनके साथ कई मामलों में चर्चा हुई थी । लेकिन आज सुबह यह सूचना मिली ।
स्व.जगमोहन ने उत्तराखंड आंदोलन के दौरान कई जनगीतों में संगीत दिया । जो काफी लोकप्रिय हैं ।
जगमोहन जोशी के निधन पर यहां रंगकर्मियों, साहित्यकारों,संगीत प्रेमियों में शोक का माहौल है । स्व.जगमोहन का आज दोपहर में अंतिम संस्कार किया जाएगा ।