नैनीताल । उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारियों की एक आवश्यक बैठक बुधवार खुर्पाताल में आयोजित की गई। बैठक में राज्य आंदोलनकारियों की समस्याओं, अतिवृष्टि से प्रदेश में उत्पन्न स्थितियों व राज्य के वर्तमान हालातों पर चिंतन किया गया ।
बैठक की अध्यक्षता चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी प्रभात ध्यानी द्वारा की गई। बैठक को सम्बोधित करते हुए राज्य आन्दोलनकारी मंच के जिलाध्यक्ष गणेश सिंह बिष्ट ने दैवीय आपदा से हो रहे नुकसान पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्यवासी प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे हैं । खेत, खलिहान में जगह जगह भू-कटाव व भूस्खलन हो रहा है साथ ही पालतू पशुओं व जान माल का भारी नुकसान हुआ है। लेकिन अधिकारी नियमों का हवाला देकर मुआवजा दे रहे हैं । जिस कारण जीवन यापन कठिन हो गया है।

गणेश बिष्ट ने कहा कि नैनीताल, जनपद में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो चुकी है । योजनाएँ पहाड़ की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरुप नहीं बन रही हैं ।जिससे योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है व धन की बर्बादी हो रही है। आज भी पलायन, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य की परेशानियों से गाँव खाली होते जा रहे हैं और किसी की भी जबाबदेही तय नहीं है। जिससे राज्यवासी स्वयं को ढंगा महसूस कर रहे हैं।
सभा में उपस्थित सभी वक्ताओं ने एक स्वर में आह्वान किया कि स्थायी राजधानी, मूल निवास, पलायन, भूकानून, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार जैसी समस्याओं का हल होना चाहिय । उन्होंने क्षेत्रीय ताकतों की मजबूती पर भी बल दिया ।
इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवकी विष्ट व खुर्पाताल ग्रामसभा की प्रधान हंसी नेगी को उनकी जीत पर सम्मानित किया गया।
सभा की अध्यक्षता कर रहे प्रभात ध्यानी ने कहा कि सरकार जिस तरह राज्य आन्दोलनकारियो की समस्याओं की अनदेखी कर रही है उसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा व जिन उम्मीदों के साथ यह राज्य बना है, जिसके लिये कई आंदोलनकारियों ने सहादत दी है उनके सपनों को साकार करने के लिए बड़ा आन्दोलन किया जायेगा।
सभा का संचालन करते हुए डा. सुरेश डालाकोटी ने कहा कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे । कहा कि सभी राज्य आन्दोलनकारी एकजुट होकर राज्यविरोधी ताकतों के खिलाफ बड़ा आंदोलन कर इतिहास लिखेंगे।
सभा को भुवन जोशी, कमलेश चन्द्र पाण्डे, हुकुम सिंह कुँवर, पान सिंह सिजवाली, मनमोहन कनवाल, डा. मनोज बिष्ट, मुकेश जोशी, शाकिर अली, जीवन सिंह नेगी, वरिष्ठ राज्य आन्दोनकारी संस्कृतिकर्मी खड़क सिंह बगड़वाल, पान सिह रौतेला, पान सिंह नेगी, लीला बोरा, रईस भाई, महेश जोशी आदि ने सम्बोधित किया।
सभा में स्व. गिरीश तिवारी गिर्दा ‘के जनगीतों को महेश जोशी द्वारा सुनाया और आन्दोलनकारियों में उत्साह भरा।
सभा के अन्त में कर्मचारी नेता व आन्दोलनकारी जी०सी उप्रेती के निधन पर शोक व्यक्त किया गया व शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई ।


