नैनीताल । पीएचडी चेम्बर्स के फैमिली वेल्फेयर फाउंडेशन द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं सीमान्त समुदाय को बेहतर सेवाएं प्रदान करने हेतु आरोही संस्था को “राष्ट्रीय अस्तित्व सम्मान” प्रदान किया है।
दिल्ली में 9 फरवरी को आयोजित इस सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि दिल्ली हाईकोर्ट की। न्यायाधीश न्यायमूर्ति रेखा पल्ली एवं अनुराधा गोयल, अध्यक्ष, पीएचडी चेम्बर्स फैमिली वेल्फेयर फाउंडेशन रहे। न्यायमूर्ति पल्ली ने आरोही द्वारा किये जा रहे कायों एवं प्रयासों की सराहना की।
9वे राष्ट्रीय अस्तित्व सम्मान समारोह में आरोही संस्था की ओर से आरोही के अध्यक्ष डॉ. (कर्नल) सी. एस. पंत वी एस एम, अधिशासी निदेशक डॉ. पंकज तिवारी, स्वाति पंत, श्रीमती निधि व्यास, श्रीमती चन्द्रकला बिष्ट व श्रीमती चित्रा मेहरा ने संयुक्त रुप से यह सम्मान व प्रतीक चिह्न प्राप्त किया।
ज्ञात हो कि आरोही संस्था विगत 30 वर्षों से कुमांऊ के दूरस्थ क्षेत्र में स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन एवं जैव विविधता संरक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से लगभग 500 गाँवों की 2 लाख आबादी को लाभ प्रदान कर रही है। साथ ही सरकार एवं जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर विकास के विभिन्न पहलुओं पर कार्य किया जा रहा है। इस संस्था का कार्यालय प्यूड़ा रामगढ़ में है ।
इस वर्ष यह सम्मान विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय सरकारी, कारपोरेट एवं स्वयं सेवी संस्था को प्रदान किया गया जिसमें टीसीएस, आई टी बी पी एवं आरोष्ठी शामिल रही। इससे पूर्व इस सम्मान से अमूल, सी आई एस एफ, आई टी सी आदि सम्मानित हो चुके हैं।
आरोही के अध्यक्ष डॉ. (कर्नल) सी. एस. पंत ने बताया गया कि यह सम्मान गहन चयन प्रक्रिया के आधार पर किया गया है। चयन समिति में श्रीमती शशी उबन त्रिपाठी पूर्व विदेश सचिव भारत सरकार एवं सदस्य श्रीमती शोभना नारायण पूर्व सचिव भारत सरकार, श्रीमती सुनीता त्रिवेदी सेवा निवृत्त आई एफ एस भारत सरकार, डॉ. रश्मि सिंह आई ए एस सचिव खनन विभाग, सुश्री प्रिया हिंगोरानी, बरिष्ठ एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट सहित 8 सदस्य थे।
आरोही संस्था के अधिशासी निदेशक, डॉ. पंकज तिवारी ने बताया गया कि यह सम्मान आरोही द्वारा उत्तराखण्ड के कुमाऊं क्षेत्र में किये गये महिला सशक्तिकरण कार्यों एवं रोजगार सृजन हेतु प्रदान किया गया है।