जिला पंचायत अध्यक्षों को प्रशासक नियुक्त करना 73 वें संविधान संशोधन के खिलाफ ।

नैनीताल । बेतालघाट के पूर्व ब्लाक प्रमुख एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य व कांग्रेस के पी सी सी सदस्य सतीश नैनवाल ने जिला पंचायत अध्यक्षों को प्रशासक मनोनीत करने पर भाजपा सरकार पर पंचायत के 73वें सविंधान संसोधन की मूल धारणा को ध्वस्त करने का आरोप लगाया है ।  कहा कि बिना किसी ठोस कारण के पंचायत चुनावों को टाला गया है।

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सतीश नैनवाल ने कहा कि भाजपा सरकार ने विगत पांच वर्षों में पंचायतों की सर्वाधिक उपेक्षा की है। सरकार की गलत नीतियों से पंचायत प्रतिनिधि लालफीताशाही के गुलामी जैसे कार्यकाल को पूर्ण कर गये।ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों,ब्लाक प्रमुखों ने इस सरकार का क्या बिगाड़ा था। आखिर सरकार ने त्रिस्तरीय पंचायत में दो प्रकार के मानकों को क्यों अपनाया गया। आज निवर्तमान ग्राम प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्य तथा प्रमुख अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। सरकार को सभी के लिए एक नीति अपनानी चाहिए थी।

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सरकार पर जानबूझकर पंचायत चुनावों को टालने का आरोप लगाते कहा कि भाजपा की नीतियां हमेशा पंचायत विरोधी रही हैं। पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी जी के 73संविधान संसोधन की मूल धारणा ( गांव की अपनी सरकार)को भाजपा सरकार तहस नहस करने में तुली है। कांग्रेस भाजपा की इस नीति का पूरजोर विरोध करेगी।

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