नैनीताल । कुमाऊं विश्वविद्यालय द्वारा बिना पूरी तैयारियों के परीक्षाएं कराना बहुत बड़ी लापरवाही है। अधिकांश छात्रों को परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया। छात्र नेता हरीश राणा ने कहा कि विश्वविद्यालय को कुछ शिक्षको द्वारा राजनीति एवं व्यापार का केंद्र बना दिया है। उनका किसी भी राजनीतिक विचारधारा से कोई लेना देना नहीं है। उनका मकसद केवल सत्ता का फायदा उठाना है। अधिकांश शिक्षकों को विश्वविद्यालय के काम में लगाया गया है उनके स्थान पर छात्रों को पढ़ाने के लिए डीएसबी परिसर में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं है। विश्वविद्यालय प्रशासन भी छात्रों एवं कर्मचारियों के हितों की अनदेखी कर रहा है। इस संबंध में जल्द ही कुमाऊं भर के छात्रनेताओं को एक मंच में लाकर आंदोलन की रणनीति बनायी जाएगी।