नैनीताल । उत्तराखण्ड हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायधीश न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा के झारखंड हाईकोर्ट का मुख्य न्यायधीश बनने पर कल 18 फरवरी की सुबह 10.30 बजे मुख्य न्यायधीश की कोर्ट में फूल कोर्ट रिफ्रेंस आयोजित कर उन्हें भावपूर्ण विदाई दी जाएगी ।
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के महासचिव विकास बहुगुणा ने बार के समस्त सदस्यों से फूल कोर्ट रिफ्रेंस में शामिल होने की अपील की है । न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा को झारखंड हाईकोर्ट का मुख्य न्यायधीश बनाने की संस्तुति सुप्रीम कोर्ट की कोलोजियम ने 14 दिसम्बर 2022 को की थी ।
न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा मूल रूप से ओडिशा के रहने वाले हैं। उनका जन्म 29 दिसम्बर 1961 को हुआ था। अपनी स्कूली शिक्षा इन्होंने टिकरा अपर प्राइमरी स्कूल में की है। वर्ष 1977 में पृथ्वीराज हाई स्कूल, बोलांगीर से हायर सेकेंडरी सर्टिफिकेट परीक्षा उत्तीर्ण की। 1982 में बोलांगीर के राजेंद्र कॉलेज से बीकॉम (ऑनर्स) पूरा किया। कॉम 1984 में दिल्ली विश्वविद्यालय से पूरा करने के बाद एलएलबी 1987 में विधि संकाय दिल्ली विश्वविद्यालय से पूरा किया।
मार्च 1988 से वकालत के पेशे में शामिल हुए जस्टिस संजय कुमार मिश्रा ने अपने पिता मार्कंडेय मिश्रा के मार्गदर्शन में बोलांगीर जिला न्यायालय में प्रैक्टिस शुरू किया। जिसके बाद जिला न्यायाधीशों की भर्ती परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया और 16 फरवरी1999 को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश, जयपुर के रूप में कार्यभार ग्रहण किया । बाद में उड़ीसा हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल व हाईकोर्ट के न्यायधीश बने ।
अक्टूबर 1921 में उनका स्थान्तरण उत्तराखंड हाईकोर्ट हुआ और वे दिसम्बर 2021 में उत्तराखण्ड हाईकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायधीश बने । उन्होंने कोरोना काल व उसके बाद कई महत्वपूर्ण आदेश जारी किए । अपने मधुर व सौम्य स्वभाव के कारण वे अधिवक्ताओं में काफी लोकप्रिय रहे हैं ।