नैनीताल । उत्तराखण्ड हाईकोर्ट के न्यायधीश न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी के पिता व पूर्व अपर महाधिवक्ता व पूर्व मुख्य स्थाई अधिवक्ता नन्दाबल्लभ तिवारी का निधन हो गया है । करीब 87 वर्षीय वरिष्ठ अधिवक्ता स्व0 तिवारी उत्तराखंड हाईकोर्ट सहित इलाहाबाद हाईकोर्ट के जाने माने वकील रहे हैं । उनका गुरुवार की शायं रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट में राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गई । उनकी अंत्येष्टि में बड़ी संख्या में न्यायधीशों के अलावा अधिवक्तागण, न्यायिक अधिकारी,प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी शामिल थे ।
स्व0 नन्दाबल्लभ तिवारी के पारिवारिक सूत्रों के अनुसार वे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ्य थे और उनका एम्स दिल्ली में इलाज चल रहा था । जहां आज तड़के उन्होंने दम तोड़ दिया । उनके पार्थिव शरीर को अपरान्ह करीब साढ़े तीन बजे उनके आवास एल आई सी बिल्डिंग निकट मुखानी हल्द्वानी लाया गया । शायं करीब सवा चार बजे उनकी शवयात्रा रानीबाग चित्रशिला घाट को निकली । जहां पुलिस की एक टुकड़ी ने उन्हें सलामी दी जिसके बाद उनकी राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गई । उनकी चिता को उनके पुत्र न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी ने मुखाग्नि दी । उनकी अंत्येष्टि में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज न्यायमूर्ति पी सी पन्त, उत्तराखण्ड हाईकोर्ट के जज न्यायमूर्ति आलोक वर्मा, रिटायर्ड जज न्यायमूर्ति एम एम घिल्डियाल, न्यायमूर्ति बी एस वर्मा, न्यायमूर्ति एन एस धानिक,न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह, आई जी डॉ0 नीलेश आनन्द भरणे,जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल, एस एस पी पंकज भट्ट,कई जिलों के जिला न्यायाधीश व न्यायिक अधिकारी, हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल विवेक भारती, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रभाकर जोशी,सचिव विकास बहुगुणा, कई वरिष्ठ अधिवक्ता, मुख्य स्थाई अधिवक्ता चन्द्रशेखर रावत सहित स्टैंडिंग कौंसिल के अन्य सदस्य मौजूद थे ।
स्व0 नन्दाबल्लभ तिवारी मूलतः नैनीताल जिले के रामगढ़ ब्लॉक के ल्वेशाल गांव के रहने वाले थे । उन्होंने 1962 से पिथौरागढ़ जिला कोर्ट से अधिवक्ता के रूप में प्रैक्टिस शुरू की और पिथौरागढ़ के डी जी सी सिविल भी रहे ।बाद में वे इलाहाबाद हाईकोर्ट चले गए । उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद वर्ष 2000 में उन्होंने उत्तराखंड हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की । 2002 से 2007 तक पंडित नारायणदत्त तिवारी की सरकार में वे मुख्य स्थाई अधिवक्ता व अपर महाधिवक्ता रहे । वे सिविल व सर्विस मैटर के ज्ञाता थे । उनके निधन पर हाईकोर्ट के न्यायधीशों, न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं सहित राजनीतिक दलों के नेताओं,पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने शोक व्यक्त किया है ।