नैनीताल । नैनी झील में बारिश के दौरान जा रही गंदगी पर हाईकोर्ट द्वारा लिये गए स्वतः संज्ञान सम्बन्धी याचिका की सुनवाई के दौरान बुधवार को उप जिलाधिकारी राहुल शाह, नगर पालिका के इओ आलोक उनियाल व कोतवाल धर्मवीर सोलंकी कोर्ट में पेश हुए। उन्होंने दो दिन के भीतर झील में की गई सफाई का ब्यौरा दिया साथ ही झील व झील के आसपास सफाई दुरस्त रखने की योजना कोर्ट में पेश की ।
नगर पालिका व प्रशासन द्वारा की गई सफाई व भावी प्लान पर न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा की एकलपीठ ने संतोष व्यक्त करते हुए नगरपालिका के प्रयासों की सराहना की। न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा ने कहा कि आगे भी हर सप्ताह झील की सफाई करने की व्यवस्था की जाय। हर रविवार को 11 बजे से 1 बजे तक सभी नाव चालकों के साथ झील की सफाई की जाय और इसका निरीक्षण भी किया जाय। झील की सफाई के लिए और सतर्कता बरती जाय। झील में में जो भी व्यक्ति खाद्य सामग्री लेकर जाता है या मछलियों को खिलाता है उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाय। कोर्ट ने वोट स्टैंड के आसपास पुलिस कर्मी तैनात करने को कहा । जो झील में गन्दगी करने वालों पर नजर रखेंगे । न्यायमूर्ति ने कहा कि वे स्वयं भी झील के निरीक्षण में जाएंगे ।
आज ई ओ नगर पालिका व प्रशासन द्वारा कोर्ट में रिपोर्ट पेश कर कहा गया कि उन्होंने कोर्ट के आदेश पर शीघ्र ही झील की सफाई कर ली है और हर सप्ताह इसी तरह सफाई की जाएगी । अगर कोई व्यक्ति झील में खाद्य सामग्री ले जाता है या मछलियों को खिलाता है उस पर 5000 हजार का जुर्माना लगाया जाएगा।
मामले के अनुसार यहां हो रही बरसात के दौरान नैनीझील में चारों तरफ खाली बोतलों, कूड़े और थैलियों का अम्बार लग गया था। ये कूड़ा सीधे या नैनीताल के कैचमेंट के 62 नालों के माध्यम से नैनीझील तक पहुँच रहा है। जिसकी वजह से झील पूरी तरह दूषित हो गयी थी। प्रशासन द्वारा इसकी देखरेख तक नही की जा रही थी। झील में कूड़े का अंबार देखकर न्यायमूर्ति ने सरोवर नगरी की स्वच्छता के लिए की जा रही व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए स्वतः संज्ञान लिया था। कोर्ट ने नैनीताल के एस.डी.एम.राहुल साह, नगर पालिका के ई.ओ.आलोक उनियाल और कोतवाल धर्मवीर सोलंकी को कोर्ट में तलब किया था।
न्यायमूर्ति शर्मा ने सभी से गंदगी के निस्तारण के लिए किए जा रहे कार्यों और उपायों के साथ बुधवार को फिर से पूरे प्लान के साथ पेश होने को कहा था। जिसपर आज वे प्लान के साथ पेश हुए।