• चंपावत जिले के सभी ब्लॉकों के सम्मेलन होने के बाद ऐक्टू से संबद्ध उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की जिला कार्यकारिणी का गठन किया गया
• सरस्वती पुनेठा पुनः जिलाध्यक्ष चुनी गयी
• हेमा जोशी जिला उपाध्यक्ष, ज्योति उपाध्याय सचिव, पदमा प्रथोली कोषाध्यक्ष व मंजू जोशी उपसचिव चुनी गई
आशाओं ने कहा-: भारतीय सेना की नियमित सम्मानित सेवा को भी चार साल की आंशिक सेवा में तब्दील करने वाली सरकार से आशाओं को नियमितीकरण की कठिन लड़ाई जीतनी है
ऐक्टू से संबद्ध उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन के चंपावत जिले के
सभी ब्लॉकों के सम्मेलन होने के उपरांत यूनियन की जिला कार्यकारिणी का गठन करने के लिए सभी ब्लॉकों के पदाधिकारियों की बैठक जिला मुख्यालय चंपावत में सम्पन्न हुई.
बैठक में सर्वसम्मति से सरस्वती पुनेठा को पुनः आशा यूनियन का जिलाध्यक्ष चुना गया. 19 सदस्यीय कार्यकारिणी का चुनाव हुआ जिसमें जिला उपाध्यक्ष, ज्योति उपाध्याय सचिव, पदमा प्रथोली को कोषाध्यक्ष, मंजू जोशी को उपसचिव चुना गया. अन्य कार्यकारिणी सदस्यों में रुक्मणी जोशी, रीता सिंह, पुष्पा बिष्ट, लीला ठाकुर, रोशनी, विनीता पांडेय, संगीता प्रहरी, धनी मेहता, तनुजा पांडेय, चांदनी, कविता भट्ट, लक्ष्मी पांडे, निर्मला जोशी, मंजू भट्ट को चुना गया.
नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई देते हुए इस अवसर पर ऐक्टू से संबद्ध उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन के प्रदेश महामंत्री डॉ कैलाश पांडेय ने कहा कि,”नियमित कर्मचारी का दर्जा और वेतन पाने का आशाओं का संघर्ष आसान नहीं है. क्योंकि हमारा संघर्ष एक ऐसी सरकार से है जिसने भारतीय सेना की सम्मानित सेवा को भी चार साल की आंशिक सेवा में तब्दील कर दिया है. इसलिये जब हम आशाओं को नियमितीकरण और पेंशन की मांग उठाते हैं तो यह बात हमें याद रखनी चाहिये कि इसके लिए वृहद आंदोलन और मजबूत एकता की जरूरत है. इसीलिए आशाओं की देशव्यापी एकता के साथ संघर्ष को एकजुट करने के प्रयास भी तेज किए जा रहे हैं.”
उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की चंपावत जिला की नवनिर्वाचित अध्यक्ष सरस्वती पुनेठा ने उन पर यूनियन द्वारा विश्वास जताने पर धन्यवाद देते हुए कहा कि, “आशाओं के किसी भी संघर्ष में मैं पीछे नहीं रहूंगी और आशाओं के अपने अधिकारों के लिए चलने वाले संघर्ष को तेज किया जायेगा.”