भीमताल। उत्तराखण्ड बाल संरक्षण आयोग ने बीते 25 अप्रैल को भीमताल में आयोजित परीक्षा पर्व गोष्ठी में प्रतिभाग न करने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। आयोग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जनपद के 26 स्कूलों के प्रधानाचार्यो व प्रबंधकों से स्पष्टीकरण मांगा है। मुख्य शिक्षाधिकारी केएस रावत ने बताया कि बीते 25 अप्रैल को यहां आयोग अध्यक्ष डॉ गीता खन्ना की अध्यक्षता में सीबीएसई, आईसीएससी एवं राजकीय अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रधानाचार्याे के साथ गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें जिले के गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल हल्द्वानी, इंस्पिरेशन पब्लिक स्कूल हल्द्वानी, सेंट जॉर्ज कॉन्वेंट स्कूल रामनगर, गुरु तेग बहादुर हल्द्वानी, हरमन माइनर स्कूल भीमताल, वाइट हॉल स्कूल लामाचौड़ हल्द्वानी, सिंथिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल हल्द्वानी, वीएलएम अकादमी फत्ताबंगर हल्द्वानी, बिडला विद्या मंदिर नैनीताल, पार्वती प्रेमा जगाती वीरभट्टी, सेंट लोलॉरेंस सेकेंडरी स्कूल हल्द्वानी, क्वींस सीनियर सेकेंडरी स्कूल हल्द्वानी, यूनिवर्सल कॉन्वेंट सेकेंडरी स्कूल कालाढूंगी, दून पब्लिक स्कूल हल्द्वानी, एवीएम पब्लिक स्कूल हल्द्वानी, ऑल सेंट कॉलेज नैनीताल, दून मॉडर्न अकादमी कोटाबाग, सेंट एंथोनी ज्योलिकोट, स्कोलर्स एकेडमिक होम हल्द्वानी, द मास्टर स्कूल हल्द्वानी, विनडे पब्लिक स्कूल हल्द्वानी, अमर मेमोरियल पब्लिक स्कूल कोटाबाग, हेरिटेज स्कूल हल्द्वानी, ग्रीन फील्ड अकेडमी रामनगर, आरजीएनवी स्कूल स्यात कोटाबाग व आरजीएएवी बेतालघाट स्कूलों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग नहीं किया। इसे आयोग ने गंभीरता से लेते हुए इन विद्यालयों के प्रधानाचार्यो व प्रबंधकों से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही आयोग ने 29 को हरिद्वार व 30 को देहरादून में आयोजित कार्यशाला में उपरोक्त स्कूल के प्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करने के भी निर्देश दिए हैं।