उत्तराखंड के आठ जिलों की 40 महिकाओं के सांस्कृतिक दल ने चमोली जिले के गौचर में नाटक चक्रव्यूह का शानदार प्रदर्शन किया ।
19 मार्च को हुए अभिमन्यु चक्रव्यूह नाटक का नेतृत्व लक्ष्मी शाह ने किया है । जिसमें अभिमन्यु द्वारा चक्रव्यूह भेदने व कौरवों द्वारा युद्ध नीति के विपरीत अभिमन्यु की घेरकर हत्या करने के दृश्यों का मार्मिक मंचन किया गया । जिसे देखने बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों की भीड़ जमा थी।
नाटक का सह नेतृत्व उत्तराखंड राज्य की पतंजलि सह प्रभारी लोकगायिका सीमा गुसाई,नीलम रावत, दीपा डंडरियाल, राजकुमारी, हेमा लता, विजय लक्ष्मी आदि द्वारा किया गया । इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के आठ जिलों की 40 लोकनृत्य व लोक कलाकर महिलाएं अल्मोड़ा, चमोली, टेहरी, बागेश्वर, पौड़ी, रुद्रप्रयाग आदि की थी,ने मंचन किया । जो 13 सालों से रामलीला अभिनय व अन्य लोकगाथाओं पर आधारित कार्यक्रम अपने जिलों में करती रही हैं।
इस मार्मिक नाटक के इस साल नवम्बर में अयोध्या में मंचन करने हेतु दल के पदाधिकारियों की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता की रही है ।
चक्रव्यूह बैठक में आरती गुसाईं, बीरा फर्स्वाण, लीला संगेला, पुष्पा कनवासी, मुन्नी बिष्ट, सीमा गुसाईं गायक हैं । कौरव के पात्रों में तनुजा मैठाणी, लक्ष्मी रावत, जयन्ती बिष्ट, शशी नेगी,राजेश्वरी पंवार, ममता बुडोनी व अन्य थी । पांडवों की भूमिका मीना बुटोला, परमेश्वरी, सुशीला बिष्ट, मुन्नी कंडारी, कल्पेश्वरी, गुड्डी भंडारी, पुष्पा रावत, मीना राणा, सुषमा भंडारी आदि थे । अन्य मुख्य कलाकारों में मीना राणा, सुषमा भंडारी, सतेश्वरी, जयलक्ष्मी घण्डियाल,नीलम रावत,दीपा डंडरियाल, राजकुमारी,हेमलता हैं । अभिमन्यु का दमदार किरदार विजय लक्ष्मी ने किया ।