(माधव पालीवाल)नैनीताल । नैनीताल विधान सभा सीट में पिछले दो चुनावों में जो प्रत्याशी पोस्टल बैलेट में जीत दर्ज करता था वही प्रत्याशी जीत दर्ज करता था । लेकिन इस चुनाव में पोस्टल बैलेट में कांग्रेस के संजीव आर्य जीते लेकिन वे चुनाव नहीं जीत सके । इस प्रकार यह मिथक टूटा है ।पोस्टल बैलेट में संजीव आर्य को 364,सरिता आर्य को 327,आप के हेम आर्य को 32,बसपा के राज कमल सोनकर को 12,उक्रांद को 7 व नोटा को 6 मत मिले थे ।राज्य बनने के बाद हुए पांचवे चुनाव में सरिता आर्य दूसरी बार विधायक चुनी गई हैं । वे 2012 में कांग्रेस से चुनी गई थी । इससे पूर्व 2002 में इस सीट पर उक्रांद के डॉ0 नारायण सिंह जंतवाल, 2007 में भाजपा के खड़क सिंह बोहरा व 2017 में भाजपा के संजीव आर्य जीते थे ।
इस चुनाव में नैनीताल विधान सभा सीट पर भाजपा की सरिता आर्य व कांग्रेस के संजीव आर्य के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही थी और हार जीत का अंतर काफी कम होने के कयास लगाए जा रहे थे । लेकिन भाजपा की सरिता आर्य की करीब 8 हजार मतों की जीत से पार्टी कार्यकर्ता भी अचंभित हैं । पार्टी कार्यकर्ता कहते सुने जा रहे हैं कि यह मोदी का जादू है । साथ ही कोरोना काल में दो साल से गरीबों को फ्री में दिया जा रहा राशन, किसान पेंशन योजना सहित सुशासन व राशन से यह सब सम्भव हो सका है । इस जीत से गदगद विजयी प्रत्याशी सरिता आर्य ने कार्यकर्ताओं,मतदाताओं के प्रति कृतज्ञता जताते हुए कहा कि वे कड़ी मेहनत के साथ जनता की सेवा में जुटी रहेंगी ।