नैनीताल । अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कुमाऊं विश्व विद्यालय के कर्मचारी 15 मार्च को विश्व विद्यालय के प्रशासनिक भवन में सांकेतिक धरना प्रदर्शन करेंगे । कुमाऊं विश्व विद्यालय कर्मचारी महासंघ की सोमवार को महासंघ के अध्यक्ष भूपाल सिंह करायत की अध्यक्षता में कुमाऊं विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन में बैठक आयोजित की गई। बैठक में लंबे समय से कर्मचारियों की मांगों का निस्तारण ना होने पर कल 15 मार्च को एक दिन का सांकेतिक धरना दिए जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में हुए निर्णय की जानकारी देते हुए महासंघ के अध्यक्ष भूपाल सिंह करायत एवं महामंत्री डॉ0 लक्ष्मण सिंह रौतेला ने बताया कि महासंघ द्वारा विश्वविद्यालय के कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं के निराकरण हेतु 11 सूत्रीय मांग पत्र अगस्त 2020 में विश्वविद्यालय प्रशासन को दिया गया था । जिसके डेढ़ वर्ष बाद भी उक्त मांगों में से कई मांगों का निस्तारण नहीं हो पाया है । जिनमें विगत पांच वर्षों से भी अधिक समय से रिक्त पदों पर नियुक्ति न किया जाना, विश्वविद्यालय कर्मचारियों की संवर्गीय सेवानियमावली न बनाया जाना, अवशेष पदोन्नति किया जाना, कार्मिकों का अनुभागवार ढांचा बनाया जाना, स्थानान्तरण नियमावली बनाया जाना प्रमुख हैं। उन्होंने बताया इसके साथ ही विश्वविद्यालय में कर्मचारियों की चरित्र पंजिका के समुचित संग्रहण एवं परीक्षा अनुभाग विविध समस्याएं लगातार बढ़ रही है, इनको भी में स्थान दिया गया है। इन सभी के निस्तारण हेतु आज हुई बैठक मांग में उपस्थित समस्त कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा एकमत से प्रशासन के सम्मुख प्रतिरोध व्यक्त करने का निर्णय लिया गया । महासंघ की कार्यकारिणी इस बैठक में उत्तराखंड विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष कुलदीप सिंह, कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी महासंघ के कोषाध्यक्ष राजेंद्र कुमार, कुमाऊं विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के अध्यक्ष दीपक सिंह बिष्ट, सचिव नवल किशोर बिनवाल, उपाध्यक्ष जीवन सिंह रावत, महिला उपाध्यक्ष आशा आर्या, उप सचिव रंजीत कीर्ति, कोषाध्यक्ष संजीत राम, डीएसबी परिसर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नंदा बल्लभ पालीवाल, सचिव कुंवर सिंह बिष्ट, उपसचिव गोपाल कपिल, भीमताल परिसर संघ के सचिव मनोज कुमार रौतेला सहित दिनेश चंद्र, चंद्रशेखर पंत, मनोज कुमार, राम सिंह गुसाईं, प्रकाश पाठक, गणेश बिष्ट, नरोत्तम बहुगुणा आदि कार्यकारिणी सदस्य शामिल हुए।