नैनीताल । उत्तराखण्ड के कई गांव आज भी सड़क से कई मील दूर हैं । इन गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य व सड़क के अभाव से लोग यहां से लगातार पलायन कर रहे हैं ।ऐसे ही कई गांव हैं अल्मोड़ा के भैंसियाछाना विकासखंड के बिनूक पतलचौरा क्षेत्र में । इस इलाके के गांवों के बीमार व बुजुर्ग लोगों का सड़क में आने का एकमात्र सहारा डोली है । सड़क के अभाव में तीन माह पूर्व प्रसव पीड़ा से तड़प रही एक महिला ने रात को रास्ते में ही बच्चे को जन्म दिया था । मंगलवार को गांव की एक बीमार महिला को डोली में ग्रामीणों ने सड़क तक पहुंचाया । ग्रामीणों के लिये बीमार व बुजुर्ग लोगों को सड़क तक पहुंचाना दिनचर्या का हिस्सा है । बताया जाता है कि भैसियाछाना विकास खंड के कनारीछीना बिनूक पतलचौरा सड़क मार्ग की सर्वे व भूगर्भ विभाग के द्वारा अर्थ सेम्पलिंग होने के बाबजूद भी ये पांच किलोमीटर सड़क मार्ग अभी भी अधर में है।
पूर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान के द्वारा कनारीछीना बिनूक पतलचौरा पांच किलोमीटर सड़क मार्ग की स्वीकृति दी थी । क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप सिंह नेगी ने बताया कि तीन माह पहले कनारीछीना से डोली लाने में देरी होने के कारण तीन माह पूर्व प्रियंका बानी पत्नी राजू बानी ने रात को जंगल के बीच रास्ते में बच्चे को जन्म दिया। इसी तरह आज स्वांस रोग से पीड़ित लक्ष्मी बानी की हालत बिगड़ने पर उन्हें डोली से निकटतम अस्पताल भैसियाछाना ले जाया गया ।
रीठागाडी दगड़ियों संघर्ष समिति के सदस्यों ने कनारीछीना, बिनूक, पतलचौरा सड़क मार्ग के लिए लंबे समय से मांग की । लेकिन औपचारिकताएं पूरी होने के बाबजूद इस सड़क मार्ग का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। कनारीछीना बिनूक पतलचौरा सड़क मार्ग बनने से कनारीछीना,रीम, पिंपलखेत,चिमचुआ,बिनूक व पतलचौरा अनुसूचित जाति बाहुल्य गांव जिनकी आबादी तीन सौ से भी अधिक है, लाभान्वित होते ।
प्रताप सिंह नेगी सामाजिक कार्यकर्ता का कहना है शासन प्रशासन की लापरवाही के कारण कनारीछीना बिनूक पतलचौरा सड़क मार्ग अधर में है।
ग्रामीणों ने कनारीछीना बिनूक पतलचौरा सड़क मार्ग को जल्द से जल्द शुरू कराने की मांग की । इन गांवों के बालम सिह बानी,किशन राम, महिपाल सिंह नेगी, गोपाल सिंह नेगी,जोगा राम,उमेद राम, किशन राम, बहादुर राम, गोबिंद राम, हरीश राम आदि ने सरकार के समक्ष सड़क निर्माण की पुनः गुहार लगाई है ।