नैनीताल। श्रीरामसेवक द्वारा आयोजित श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के पांचवे दिन व्यास देवेश चंद्र शास्त्री ने स्कंद माता की कथा सुनाई । उन्होंने कहा कि स्कंद माता, माता कार्तिकेय की मां के रूप में जानी जाती हैं, और उनके बच्चे कार्तिकेय को भी स्कंद कहा जाता है. यह दिन उनकी भक्ति और शक्ति का सम्मान करने के लिए समर्पित है. व्यास जी ने कहा
स्कंद का अर्थ है ‘बढ़ा हुआ’ या ‘ऊंचा हुआ’ तथा कार्तिकेय का जन्म भी इसी तरह हुआ था, जब उन्हें अग्नि से पैदा होने के बाद देवताओं द्वारा उठाया गया था ।
स्कंद माता को एक सुंदर और शांत देवी के रूप में अपने बच्चे कार्तिकेय को अपनी गोद में लिए हुए हैं.
स्कंद माता अपने पुत्र कार्तिकेय के माध्यम से युद्ध में दुष्टों का विनाश करती हैं तथा अपने भक्तों को सुरक्षा और कल्याण प्रदान करती हैं.
जो भक्त स्कंद माता की पूजा करते हैं उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती है तथा कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करते है ।
स्कंद माता की भक्ति और शक्ति का ज्ञान प्रदान जीवन को प्रेरित करती है ।
इस अवसर पर मनोज साह ,जगदीश बवाड़ी, पालिका अध्यक्ष डॉ सरस्वती खेतवाल ,अशोक साह , बिमल चौधरी , मुकेश जोशी ,राजेंद्र लाल साह, देवेंद्र लाल साह,हीरा सिंह, कैलाश बोरा, मिथिलेश पांडे,आनंद बिष्ट,हरीश पंत, भुवन बिष्ट ,बिमल साह , बिमल चौधरी,भुवन बिष्ट, सभासद लता दफौटी, मुन्नी भट्ट, जया पालीवाल,सुमन साह, मोहित लाल साह सहित ,भावना, पुष्पा बावड़ी,केदार सिंह राठौर,खुशहाल कार्की, आनंद बिष्ट, हरीश राणा, धर्मेंद्र शर्मा, दर्शन,गोविंद सिंह, भगवान,रक्षित साह, प्रो. ललित तिवारी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।