अल्मोड़ा जिले के भैंसियाछाना विकास खंड की ग्राम सभा बबुरियानायल आज भी सड़क मार्ग से बचित है। यह गांव धौलछीना से 10 किमी दूर है । जहां लोग आज पैदल जाने को विवश हैं । गुरुवार को गांव की एक महिला कुंती देवी पत्नी हरक सिंह की तबियत खराब होने पर ग्रामीण उसे डोली में धौलछीना लाये । बबूरियानायल गांव में सड़क,शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में गांव के अधिकांश लोग पलायन कर चुके हैं ।
बबूरियानायल के प्रधान महेश बोरा व सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप सिंह नेगी ने गांव की बदहाल स्थिति पर रोष व्यक्त किया है । उन्होंने कहा कि
उत्तराखंड राज्य को बने 22साल होने जा रहे हैं। लेकिन भैसियाछाना बिकास खंड के ग्राम सभा के ग्रामीणों को सड़क मार्ग से वंचित रहना पड रहा है।
बबुरियानायल ग्राम सभा से धौलछीना निकटतम मार्केट दस किलोमीटर दूर है। जो जंगल के रास्ते से गुजरता है । उत्तराखंड राज्य बनने के बाद कई सरकारें आयी और गयी लेकिन किसी भी सरकार ने बबुरिया नायल ग्राम सभा में सड़क तो दूर की बात ठीक ढंग से चलने के लिए रास्ता तक नहीं बनाया। जबकि इसी दुर्गम रास्ते से स्कूली बच्चे भी मीलों दूर धौलछीना जाते हैं । सबसे अधिक परेशानी गर्भवती महिलाओं,गम्भीर रोगियों व बुजुर्गों के लिये है । जिन्हें सड़क तक पहुंचाना डोली,घोड़े ही एकमात्र विकल्प है । यदि रात में किसी को परेशानी होती है तो तो किसी विकट समस्या से कम नहीं होता । उन्होंने सरकार से इन गांवों की सुध लेने की मांग की है । यह पूरा इलाका खेती व बागवानी के लिये उपयुक्त है ।