नैनीताल । पूर्व विधायक डॉ0 नारायण सिंह जंतवाल ने उक्रांद के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष हरीश पाठक के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उन के देहावसान की खबर हम सबके लिए अत्यंत दुखद व ब्यथित करने वाली है! अपनी सक्रियता समर्पण व साफगोई से उन्होंने उत्तराखंड क्रांति दल में अपना विशिष्ट स्थान बनाया, दल के साथ ही प्रदेश के राजनीतिक सर्किल में भी उन्हें भलीभाँति पहचाना जाता था ! पाठक जी जब से दल से जुड़े, तभी से दल के एजेंडे को बढ़ाने में जुटे रहे !
वे कुछ समय से बीमार थे परन्तु उनके जज्बे में कोई कमी नहीं थी, अच्छे लोगों को दल से जोड़ने की उनकी मुहिम जारी थी ! खासकर बागेश्वर क्षेत्र में विचारवान व संघर्ष शील साथियों को कुछ समय पूर्व ही उन्होंने दल से जोड़ा! वे स्वयं अस्वस्थ थे, परन्तु मेरी अस्वस्थता में होंसला अफजाई करते रहते थे !
उनसे बातचीत होती रहती थी, ऐसा नहीं लगता था कि इतनी जल्दी वे हमारे बीच से हमेशा के लिए चले जायेंगे ! परन्तु विधि का विधान अपनी है!
कम उम्र में ही अनन्त यात्रा पर चले गए ! परन्तु उक्रांद व उत्तराखंड के सरोकारों के लिए जो अनुकरणीय योगदान दिया है वह सदैव कृतज्ञता पूर्वक याद रहेगा! परम पिता परमेश्वर से हम सभी की प्रार्थना है कि दिवंगत पावन आत्मा को चिर शान्ति प्रदान करें ! परिजनों, मित्रों व साथियों को इस दारूण दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें !
इधर उक्रांद कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने हरीश पाठक के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है ।