नैनीताल । उत्तराखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश आर.सी.खुल्बे की सोमवार को सेवानिवृत्ति पर मुख्य न्यायधीश की अध्यक्षता में हुई फुलकोर्ट रिफ्रेंस में उन्हें भावपूर्ण विदाई दी गई ।
विदाई समारोह में मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति विपिन सांघी ने कहा कि न्यायमूर्ति आर सी खुल्बे ने हाईकोर्ट के जज के रूप में करीब 14 हजार वादों का निस्तारण किया । जिनमें से करीब 11 हजार वाद उन्होंने एकलपीठ में निपटाए । इनमें कई लैंडमार्क फैसले भी शामिल हैं । मुख्य न्यायाधीश ने न्यायमूर्ति खुल्वे के व्यवहार की सराहना की । मुख्य न्यायधीश ने कहा कि 3 जनवरी 1961 को द्वाराहाट अल्मोड़ा में जन्मे न्यायमूर्ति खुल्बे ने अल्मोड़ा से एल एल बी किया और हाईकोर्ट के जज बने ।उनके पिता ने इंडियन नेशनल आर्मी में सेवाएं दी थी ।
आज सेवानिवृत हुए न्यायमूर्ति आर सी खुल्बे ने अपने सेवाकाल में वरिष्ठ न्यायधीशों से मिले मार्गदर्शन व अधिवक्ताओं व स्टाफ के सहयोग के प्रति आभार जताया ।
महाधिवक्ता एस.एन.बाबुलकर ने न्यायमूर्ति आर.सी.खुल्बे के बारे में बताते हुए कहा कि न्यायमूर्ति खुल्बे ने वर्ष 1986 में यू.पी.ज्यूडिशियल सर्विस से शुरूआत की और हाईकोर्ट के जज बने ।
उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रभाकर जोशी ने कहा कि न्यायमूर्ति आर सी खुल्बे की कार्यप्रणाली व व्यवहार के लिये हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने न्यायमूर्ति खुल्बे की सेवानिवृति के बाद उत्तराखंड हाईकोर्ट में जजों की संख्या कम होने व इससे न्याय प्रणाली बाधित होने का उल्लेख करते हुऐ हाईकोर्ट में रिक्त पड़े पदों में जजों की नियुक्ति की मांग की ।
इस मौके पर वरिष्ठ न्यायाधीश संजय कुमार मिश्रा, न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी, न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा, न्यायमूर्ति रविन्द्र मैठाणी, न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा के अलावा न्यायमूर्ति आर सी खुल्बे की पत्नी निर्मला खुल्बे व अन्य न्यायधीशों के पारिवारिक जन, रजिस्ट्रार जनरल विवेक भारती शर्मा, असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल राकेश थपलियाल, जी ए गजेंद्र सिंह संधू, मुख्य स्थाई अधिवक्ता सीएस रावत, वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ0 महेंद्र सिंह पाल, अवतार सिंह रावत, राजेन्द्र डोभाल, पुष्पा जोशी, एमसी पांडे ,एमएस त्यागी, तनवीर आलम, डी के शर्मा हाईकोर्ट बार एसोसियशन के सचिव व अन्य पदाधिकारी मौजूद थे ।
न्यायमूर्ति खुल्बे को बाद में हाईकोर्ट बार सभागार में भी भावपूर्ण विदाई दी गई । जहां बार के अध्यक्ष प्रभाकर जोशी व अन्य पदाधिकारियों ने न्यायमूर्ति खुल्बे को स्मृति चिन्ह भेंट किया ।