नैनीताल के इतिहास में आज ही के दिन 18 सितंबर 1880 के दिन बहुत ही भयावह घटना दर्ज है। तब अल्मा की पहाड़ियों में वह महाविनाशकारी भूस्खलन हुआ था जिसमें लगभग 151 लोगों की जानें गई थी l
इस विनाश मे जान गवाने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए व भविष्य मे नैनीताल को इस प्रकार की प्राकृतिक विनाश से दूर रखने के लिए, नगर के प्रतिष्ठित विद्यालय, ऑल सेंट्स कॉलेज द्वारा, हर वर्ष की भाँति, सेंट जॉन्स इन दि विल्डरनेस् चर्च मे प्रार्थना सभा आयोजित की गयी।
इस दौरान विद्यालय की छात्राओं ने ईश्वर की स्तुति मे गीत गाकर प्रभु को याद किया व उनका शुक्रिया अदा किया। साथ ही सभा मे उपस्थित अन्य विद्यालयों के छात्रों ने भी ईश्वर की स्तुति मे गीत गाये।
पास्टर मार्क वाल्श ने पवित्र ग्रंथ बाईबिल से आशीर्वचन पढ़े व ईश्वर से नगर की उन्नति के लिए याचना की। साथ ही उन्होंने 1880 आपदा मे जान गवाने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए भी प्रार्थना की। साथ ही डॉ जय ज़ेवियर ने भी प्रार्थना की व अल्दिशा जॉन व अभिषेक मिचेल ने बाइबिल से आशीर्वचन पढ़े।
वुड ब्रिज स्कूल के श्री विनय केर ने 1880 के इस भयावह आपदा का दुखद वृतांत सुनाया।
ऑल सेंट्स की प्रधानाचार्या श्रीमती किरन जरमाया ने भी दुआऐं पढी व देश, राज्य व नगर के मंगल भविष्य के लिए प्रार्थना की। अंत मे डॉ पीटर एमेनुअल ने सभी का आभार व्यक्त किया।
इस दौरान ऑल सेंट्स कॉलेज के साथ नगर के सेंट जोसेफ कॉलेज, सेंट मैरीज़ कॉलेज, बिशप शॉ स्कूल, सनवाल स्कूल, सेंट जॉन्स स्कूल और भवाली के वुडब्रिज स्कूल के विद्यालयों के बच्चे व प्रधानाचार्य भी उपस्थित रहे।