(माधव पालीवाल),नैनीताल । उत्तराखण्ड हाईकोर्ट में वर्तमान में एस एन बाबुलकर महाधिवक्ता, सी एस रावत मुख्य स्थायी अधिवक्ता, गजेंद्र सिंह संधू शासकीय अधिवक्ता हैं । ये अधिवक्ता क्या अपना पद बरकरार रख पाएंगे यह सवाल इन दिनों हाईकोर्ट में चर्चाओं में है । राज्य में पुनः भाजपा सरकार काबिज होने के बावजूद कई सरकारी अधिवक्ताओं को बदले जाने की संभावना जताई जा रही है । वर्तमान में दो अपर महाधिवक्ता मोहन चंद्र पाण्डेय, जे.पी. जोशी, 17 उप महाधिवक्ता एम.सी. तिवारी, विनोद नौटियाल,ममता बिष्ट, एच.एम. रतूड़ी, सुभाष त्यागी, के.एन. जोशी, अमित भट्ट, विनोद कुमार जेमिनी, एस.एस. चौहान, सुनील खेरा, टी.एस. बिष्ट, एन.एस. पुंडीर,पुष्पा भट्ट,अतुल कुमार साह, टी.सी. अग्रवाल, शेर सिंह अधिकारी, जगजीत सिंह विर्क शामिल हैं ।
क्रिमिनल पक्ष में जी.एस संधू शासकीय अधिवक्ता हैं । जबकि 6 सहायक शासकीय अधिवक्ता प्रतिरूप पाण्डेय, मनीषा राणा सिंह, वी.एस. राठौर, रंजन घिल्डियाल, कुलदीप सिंह रावल, ललित मिगलानी हैं । जबकि 15 वाद धारकों में ममता जोशी, दिनेश चौहान, प्रमोद चंद्र तिवारी, राकेश कुमार जोशी, बलविंदर सिंह काम्बोज, सिद्धार्थ बिष्ट, मीना बिष्ट,सचिन पंवार, प्रेम सागर उनियाल, पंकज जोशी, शिवानी गंगवार, सोनिका खुल्बे, लता नेगी, दीपक बिष्ट, रोहित ध्यानी शामिल हैं ।
जबकि सिविल पक्ष से मुख्य स्थायी अधिवक्ता सी.एस. रावत हैं । जबकि 11 अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता हैं । जिनमें योगेश पाण्डेय, प्रदीप जोशी पूरन सिंह बिष्ट, पी.सी. बिष्ट, अंजलि भार्गव, अनिल कुमार बिष्ट, त्रिभुवन सिंह फर्त्याल, अनिल कुमार डबराल, राकेश कुंवर,अजय सिंह बिष्ट, गंगा सिंह नेगी हैं । 13 स्थायी अधिवक्ताओं में सुशील चंद्र वशिष्ठ, जगदीश सिंह बिष्ट, इंद्रपाल कोहली, आर.सी. आर्य, निरंजन प्रसाद साह, संदीप कुमार, सुरेश कुमार मिश्रा, प्रदीप हैडिया, बिजेंद्र सिंह परिहार, विकास पाण्डेय, सुयश पंत, जगदीश चंद्र पाण्डेय, योगेश चंद्र तिवारी हैं । इसके 21 वाद धारक हैं । जिनमें पूजा बांगा, गजेन्द्र कु. त्रिपाठी, विजय प्रकाश खंडूरी, तरुण लखेड़ा, भानु प्रताप मेर, श्याम सुंदर चौधरी, इंदु शर्मा, मोहिंदर सिंह बिष्ट, रमेश चंद्र जोशी, मोहित मौलेखी, पंकज नेगी, सचिन मोहन सिंह मेहता, देवेश घिल्डियाल, वीरेंद्र सिंह रावत, विश्व दीपक बिशेन, नारायण दत्त, दीपक चुपाल, नंदन सिंह कन्याल,हृषेक लखेड़ा, तुमुल नैनवाल,
हर गोविंद पंत शामिल हैं ।