नैनीताल । कुमाऊं विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ कार्यकारिणी की एक महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में आयोजित की गई जिसमें विश्व विद्यालय प्रशासन द्वारा हाल ही में किये गए कर्मचारियों के स्थान्तरण पर घोर आपत्ति जताई गई ।
कुमाऊं विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष आनंद रावत एवं सचिव दीपक जोशी ने बताया कि संगठन द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन को दिए गए मांग पत्र में स्थानांतरण हेतु एक पारदर्शी स्थानांतरण नीति बनाए जाने की मांग की गई थी । इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय के समस्त अनुभागों में एक संस्थानिक ढांचा बनाए जाने की मांग भी पिछले 4 वर्षों से लंबित है इसके बावजूद विश्व विद्यालय प्रशासन द्वारा स्थानांतरण मनमानी रूप से किए गए ।
इन स्थान्तरणों के बाद विश्वविद्यालय के परिसरों के कुछ अनुभागों में समस्त कर्मचारी एक साथ स्थानांतरित कर दिए गए । खासकर लेखा अनुभाग के कर्मचारियों के स्थान्तरण से वेतन आहरण की समस्या उत्पन्न हुई है । साथ ही कुछ अनुभागों में कार्य पूरी तरह से बाधित हो गया है ।
कर्मचारी महासंघ की इस आपत्ति के बाद कुलपति द्वारा 6 मार्च को महासंघ के पदाधिकारियों के साथ एक आवश्यक बैठक बुलाई गई है । जिसमें उक्त विषय पर चर्चा की जाएगी ।
सोमवार को हुई कर्मचारी महासंघ की बैठक में डीएसबी परिषर के अध्यक्ष गणेश बिष्ट, उपाध्यक्ष राजेश बिनवाल, सचिव राजेंद्र ढैला, भीमताल परिसर के अध्यक्ष भगवान चन्द्र धयानी, उत्तराखंड विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष भूपाल सिंह करायत, पूर्व अध्यक्ष कुलदीप सिंह, पूर्व मंत्री लक्ष्मण सिंह रौतेला, दीपक बिष्ट, तारा सिंह, नवल किशोर, जयप्रकाश मिश्रा, नंदाबल्लभ पालीवाल आदि शामिल हुए ।