नैनीताल ।  लोक संस्कृति एवं समाज कल्याण समिति के तत्वाधान में संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से हिमालय की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं विकास हेतु कुमाऊं मण्डल नैनीताल में 15 दिवसीय पारम्परिक लोक कलाओं के प्रशिक्षण के बाद बुधवार को भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय नैनीताल में उत्तराखण्ड के पारम्परिक, पौराणिक लोकगाथा, लोकनृत्य व लोकगीतों का मंचन किया गया ।
      इस कार्यक्रम में माँ नन्दा सुनन्दा स्तुति,रामी, बौराणी नृत्य नाटिका, पारम्परिक झोडा, चाँचरी, सामुहिक नृत्य थडिया, घस्यारी लोकनृत्य, जौनसारी लोकनृत्य की सुन्दर प्रस्तुतियों लोक संस्कृति एवं समाज कल्याण समिति पंतगाव भतरौंजखान के कलाकारों द्वारा दी गई।
   कार्यक्रम का उद्घाटन विद्यालय के प्रधानाचार्य विशन सिंह मेहता ने दीप प्रज्वलित कर किया । इस अवसर पर स्वच्छ भारत अभियान व आजादी के अमृत दिवस पर परिचर्चा भी की गई। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि एन एस एस प्रभारी डॉ0 रेनू बिष्ट थी । मुख्य अतिथि सांस्कृतिक विभाग के निदेशक अजय कुमार थे । कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्रवक्ता डॉ0 प्रह्लाद राम ने किया ।
     इस मौके पर लोक संस्कृति एवं समाज कल्याण समिति की अध्यक्ष हरितिमा पंत द्वारा अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ व प्रतीक प्रदान कर किया । संस्था के सदस्य धर्मेन्द्र सिंह, मोहन बोरा, धनलाल, लाल सिंह, पवन सिंह ने इस मौके पर अपने विचार रखे । संस्था के सचिव प्रांजल पत ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।संस्था के  कलाकार किशन लाल, रिया, चंदन, भगवती टम्टा, मोहन बोरा, धनलाल, लाल सिंह, विजय कुमार, धर्मेन्द्र,पुष्पा गौलाकोटी आदि ने इस मौके पर अपने विचार रखे । इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के मुख्य कलाकार किशन लाल,तारा पथनी, अजय कुमार, ललित मोहन, रवि नेगी,रक्षित टम्टा,कैलाश, शांतनु पंत, हरीश, हिमांशु, लक्ष्मण, आशीष , रितिक टम्टा, सुनीता, बेला, सोनी, प्राची बिष्ट, पूजा प्रसाद, मंगल रावत, धनु वर्मा, विजय कुमार, धमेन्द्र सिंह, मोहन बोहरा, लाल सिंह आदि थे ।

By admin

"खबरें पल-पल की" देश-विदेश की खबरों को और विशेषकर नैनीताल की खबरों को आप सबके सामने लाने का एक डिजिटल माध्यम है| इसकी मदद से हम आपको नैनीताल शहर में,उत्तराखंड में, भारत देश में होने वाली गतिविधियों को आप तक सबसे पहले लाने का प्रयास करते हैं|हमारे माध्यम से लगातार आपको आपके शहर की खबरों को डिजिटल माध्यम से आप तक पहुंचाया जाता है|

You cannot copy content of this page