नैनीताल । आशा वर्कर्स यूनियन ने गुरुवार को कुमाऊं आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों को ज्ञापन देकर पल्स पोलियो अभियान में आशाओं को मिलने वाले मानदेय को 700 से घटाकर 550 करने के खिलाफ ज्ञापन दिया तथा इसे पूर्ववत रखने की मांग की । आशा वर्कर ने आज सांकेतिक धरना भी दिया ।
ज्ञापन में कहा गया है कि 12 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक चले एक हफ्ते के पल्स पोलियो अभियान के दौरान कुल मिलने वाला मानदेय 700 रुपये से घटाकर 550 रुपये कर दिया गया है जो कि अनुचित और अन्यायपूर्ण है। होना तो यह चाहिए था कि आशाओं को न्यूनतम वेतन और कर्मचारी का दर्जा दिया जाता लेकिन बेहद अफसोस की बात है कि आशाओं को जो किसी अभियान में थोड़ा बहुत मिलता भी है उसमें भी कटौती की जा रही है।
आशा वर्कर्स यूनियन ने इस फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि एक ओर विधायकों के वेतन भत्ते तो लगातार बढ़ते जा रहे हैं लेकिन आशा वर्कर्स जो दिन रात मातृ शिशु सुरक्षा से लेकर स्वास्थ्य विभाग के हर अभियान को चला रही हैं उनको पल्स पोलियो अभियान में दैनिक 100 रुपये देना सरकार को भारी पड़ रहा है और उसमें कटौती की जा रही है।
उन्होंने इसे पूर्ववत रखे जाने की मांग की है । साथ ही कहा कि यदि इस मानदेय को पूर्ववत नहीं रखा जाता है तो आशा वर्कर्स कार्य बहिष्कार को विवश होंगे ।
ज्ञापन आशा वर्कर्स यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल, दुर्गा टम्टा,चन्द्रा सती,माधवी दर्मवाल,प्रभा बिष्ट,कमला बिष्ट,देवकी रौतेला,हेमा जोशी,प्रेमा अधिकारी,सरिता कुरिया सहित कई अन्य द्वारा दिया गया ।


