हल्द्वानी। विजिलेंस सेक्टर हल्द्वानी की टीम ने आंगनबाड़ी केंद्र वार्ड-4 सितारगंज की मुख्य आंगनबाड़ी कर्मी को दो हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। निदेशक सतर्कता डा. वी. मुरुगेशन ने ट्रैप टीम को नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
शिकायतकर्ता ने टोल फ्री नंबर पर शिकायत की थी कि उसकी बहन न ने राजकीय कन्या इंटर कालेज सितारगंज से पढ़ाई की है। उसके स्कॉलरशिप के 40 हजार रुपये मिलने थे, लेकिन 10 हजार रुपये स्कूल की प्रिंसिपल और 10 हजार रुपये आंगनबाड़ी कर्मी कमलेश मांग रही हैं। जांच से पाया गया कि शिकायतकर्ता की बहन ने वर्ष 2024 में इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। इंटर की परीक्षा पास करने पर महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की नंदा गौरा योजना के अंतर्गत मिलने वाली धनराशि के लिये आवेदन किया गया था।
उक्त खाते में 28 मार्च को आ चुकी थी। जब योजना का फार्म भरा जा रहा था तो उसमें आवेदक के इंटर कालेज की प्रधानाचार्य और गृह क्षेत्र की आंगनबाड़ी कर्मी का प्रमाण पत्र भी लगना था। उक्त प्रमाण पत्रों पर हस्ताक्षर करने के लिए आंगनबाड़ी कर्मी कमलेश रिश्वत की मांग कर रही थी। उक्त धनराशि शिकायतकर्ता की बहन के खाते में आने की जानकारी होने पर आरोपी उसे रिश्वत के पैसे देने के लिए परेशान करने लगी थी। शिकायतकर्ता ने जब आरोपी कमलेश से बात की तो वह इनाम के रूप में दो हजार रुपये रिश्वत लेने को तैयार हो गयी।
जांच में प्रथम दृष्टया शिकायत सही पाये जाने पर पुलिस उपाधीक्षक अनिल सिंह मनराल ने अपने पर्यवेक्षण में निरीक्षक के नेतृत्व में तत्काल ट्रैप टीम का गठन किया। विजिलेंस हल्द्वानी की ट्रैप टीम ने कार्यवाही करते हुए आरोपी कमलेश पत्नी नन्हे सिंह गौतम हाल निवासी वार्ड-6 शिशु मंदिर के पास सितारगंज जनपद ऊधमसिंह नगर को आंगनबाड़ी केंद्र वार्ड-4 सितारगंज नको शिकायतकर्ता से दो हजार रुपये रिश्वत लेते उसके घर से गिरफ्तार कर लिया ।