नैनीताल । नैनीताल सुरक्षित विधान सभा सीट पर मुख्य उम्मीदवार भाजपा की सरिता आर्य व कांग्रेस प्रत्याशी सरिता आर्य ने अपने अपने अंदाज में जनता को लुभाने के प्रयास किया । लेकिन दोनों दल बदलू हैं लिहाजा लोग उनकी बातों को गम्भीरता से नहीं ले रहे थे ।
चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी संजीव आर्य अपने कार्यकाल के विकास कार्यों को गिना रहे हैं । संजीव आर्य का कहना है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में क्षेत्र के विकास के लिये रातदिन उसी तरह मेहनत की है जैसे बोर्ड परीक्षाओं का छात्र करता है । उन्होंने कड़ी मेहनत कर अपनी परीक्षा दी है जिसका मूल्यांकन अब जनता को करना है मुझे आशा है जनता मेरी मेहनत का निष्पक्ष मूल्यांकन करेगी । संजीव का कहना है कि उनके प्रचार के लिये कोई स्टार प्रचारक नहीं आया क्योंकि उनकी स्टार प्रचारक क्षेत्र जनता है जो स्वयं प्रचार में जुटी है । वे अपने विकास कार्यों की लिस्ट भी साथ ले जा रहे हैं ।
दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी सरिता आर्य शुरू के कई दिन तक कांग्रेस द्वारा उनका टिकट काटे जाने व कांग्रेस के लड़की हूँ लड़ सकती हूँ नारे के विपरीत उनका टिकट काटे जाने व भाजपा द्वारा टिकट दिए जाने व भाजपा द्वारा उन्हें नैनीताल की बेटी के रूप में स्वीकार करने से अत्यधिक भावुक होकर रो जा रही थी । वे जहां भी भाषण दे रही हैं वहां लड़की हूँ लड़ सकती हूं और नैनीताल की बेटी हूँ, के वक्तव्य को दोहरा रही हैं । साथ ही कह रही हैं कि वे स्थानीय होने के नाते जनता से जुड़ी रहती हैं जबकि उनके प्रतिद्वंदी व निवर्तमान विधायक जनता के सुख दुख में तो दूर लोगों के फोन तक नहीं उठाते हैं । अन्य प्रत्याशियों में आप के हेम आर्य,उक्रांद के ओमप्रकाश उर्फ सुभाष कुमार व बसपा के रामकमल सोनकर के यहां सार्वजनिक भाषण नहीं हुए हैं ।