नैनीताल । होली की छलड़ी के दिन को लेकर इस बार भी लोगों के मन में असमंजस्य बना हुआ था । इसका कारण होलिका दहन 13 मार्च की रात 9 बजे बाद होने के बाद पर्वतीय क्षेत्र में 15 मार्च को होली मनाए जाने का निर्णय था । जबकि मैदानी क्षेत्र में 14 मार्च को होली होने
होली पर्व की तिथि को लेकर जारी असमंजस के बीच मंगलवार को सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी एपी वाजपेयी ने शहर के पंडितों और रामलीला कमेटी के साथ बैठक की। इस बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि हल्द्वानी में 15 मार्च को होली खेली जाएगी।
रामलीला मैदान में आयोजित बैठक में तय किया गया कि 9 मार्च को सुबह 9 बजे होलिका मैदान में चीर पूजन और रंग धारण किया जाएगा। 13 मार्च को सुबह 10 बजे होलिका पूजन तथा रात 11.27 बजे होलिका दहन होगा। इसके बाद 15 मार्च को रंगों के त्योहार होली का आयोजन किया जाएगा।
बैठक में मौजूद विद्वानों ने कहा कि पूरे देश में राष्ट्रीय पर्व एक साथ मनाए जाने चाहिए। उन्होंने बताया कि दीपावली जैसे अन्य पर्वों को लेकर भी यह स्थिति बन सकती है, इसलिए एक राष्ट्र, एक पर्व की अवधारणा को साकार करने के लिए शंकराचार्यों और विभिन्न राज्य सरकारों से चर्चा की जा रही है। हालांकि, महाकुंभ के कारण शंकराचार्यों से सीधा संपर्क नहीं हो सका।
बैठक में डॉ. जगदीश चंद्र भट्ट, गोपाल दत्त भट्ट, गोपाल त्रिपाठी, विवेक कश्यप, डॉ. नवीन चंद्र जोशी सहित अन्य विद्वान उपस्थित रहे।