नैनीताल। बीडी पांडे अस्पताल में मरीजों के उपचार के लिए चिकित्सक हर संभव प्रयास करते आए हैं। इधर हड्डी रोग विशेषज्ञ ने अस्पताल में निशुल्क हाथ की सफलतम मेजर टेंडन सर्जरी की है। निजी अस्पतालों में जिसका खर्च गगभग 50 हजार रूपया है।
बता दें कि नैनीताल बीडी पांडे अस्पताल में रोजाना 400 से 500 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। जिसमें से लगभग 50 से 60 मरीज हड्डी या जोड़ों संबंधि समस्या लेकर अस्पताल पहुंचते हैं। वहीं रोजाना एक्सीडेंटल केश भी अस्पताल पहुंचते हैं। जिनमें से ज्यादातर लोगों का इलाज अस्पताल में ही किया जाता है। वहीं कभी विशेष परिस्थिति में कुछ मरीजों को हायर सेंटर भी भेजना पड़ता है। लेकिन ज्यादातर हड्डी फ्रेक्चर के केशों में लोगों को अस्पताल में ही सस्ता व अच्छा उपचार दिया जाता है।
इधर कुछ दिनों पहले मल्लीताल मेविला कंपाउंड निवासी आदित्य पंत (50) का हाथ कटर मशीन से कट गया था। जिसमें उनके हाथ की हड्डी व टेंडन कट गए थे। आदित्य इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे तो डाक्टर ने हाथ में प्लास्टिक सर्जरी की बात कहकर उनको हायर सेंटर जाने की बात कही। लेकिन आदित्य ने आर्थिक स्थिति ठीक न हाने के कारण हायर सेंटर जाने से मना कर दिया। जिसके बाद डॉक्टरों ने हाथ की सर्जरी कर दी। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. नरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि कटर से आदित्य के हाथ की हड्डी व टेंडन बुरी तरह से कट व कुचल गई थी।
हायर सेेंटर में जाने से असमर्थता दिखाने पर उसके हाथ की सर्जरी की। सर्जरी में हड्डियां तो जुड़ गई लेकिन हाथ सही से काम नहीं कर रहा था। लगातार फोलोअप व 10 दिन तक फिजियोथैरिपी करने के बाद हाथ काम करने लगा है।
बताया कि प्लास्टिक सर्जन के बिना टेंडन सर्जरी करना बहुत मुश्किल होता है। निजी अस्पतालों में टेंडन सर्जरी कराने में 50 हजार रूपये का खर्चा आ सकता है।