*नौतपा का क्या अर्थ है आईए जानते हैं*

ज्योतिष गणना के अनुसार सूर्य देव 27 नक्षत्रों में बारी-बारी से प्रवेश करते हैं। जब सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तो उसके प्रवेश के दिन से 9 दिन तक हमारी धरती अत्यधिक मात्रा में तपने लगती है। कितनी तीव्र गति से ताप्ती है की लू चलने लगती है। परंतु घबराए नहीं यह लू चलना भी लाभदायक होता है।

नौतपा (25 मई से 2 जून 2024 तक) इस वर्ष नौतपा दिनांक 25 मई 2024 से 2 जून 2024 तक रहेगा। इस समय अवधि में लू चलना बेहद लाभदायक माना गया है। यदि धरती अगर न तपे तो क्या होता है…? तो इस संबंध में एक कहावत है।
*दो मूसा, दो कातरा, दो तीड़ी, दो ताय।*
*दो की बादी जळ हरै, दो विश्वर दो वाय।।*
अर्थात:- नौतपा के पहले दो दिन लू न चली तो चूहे बहुत हो जाएंगे। अगले
दो दिन न चली तो कातरा (फसल को नुकसान पहुंँचाने वाला कीट) बहुत
हो जाएंगे। तीसरे दिन से दो दिन लू नहीं चली तो टिड्डी के अन्डे नष्ट नहीं
होंगे। चौथे दिन से दो दिन नहीं तपा तो
बुखार लाने वाले जीवाणु नहीं मरेंगे।
इसके बाद दो दिन लू न चली तो विषधर
यानी सांप-बिच्छू नियंत्रण से बाहर हो
जाएंगे। आखिरी दो दिन भी नहीं चली तो आंधियां अधिक चलेंगी। फसलें
चौपट कर देंगी।

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इसलिए “लू” से भयभीत न होवें। स्वस्थ रहें सुखी रहें। गर्मी के समय यदि लू न चली तो फिर कब चलेगी। अतः लू से बचने के लिये सभी जरूरी उपाय किये जायें ।

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*लेखक–: आचार्य पंडित प्रकाश जोशी गेठिया नैनीताल*।

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