सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश सुधांशु धुलिया थे मुख्य अतिथि ।
नैनीताल । उत्तराखंड राज्य के 25 वें स्थापना दिवस के मौके पर उत्तराखंड हाईकोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा हाईकोर्ट में शानदार समारोह का आयोजन किया गया । समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश न्यायमूर्ति सुधांशु धुलिया ने कहा कि राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में विकास के बावजूद जिन मुद्दों व सपनों को लेकर पृथक राज्य बना था वे मुद्दे 24 वर्ष बाद भी यथावत हैं । जो चिंताजनक है ।
हाईकोर्ट में मुख्य न्यायधीश कोर्ट के सामने स्थित प्रांगण में आयोजित समारोह में न्यायमूर्ति धुलिया ने कहा कि राज्य बनने के 24 साल बाद भी शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभी काफी काम होना है । उन्होंने युवा अधिवक्ताओं को अपने पेशे में सफल होने के गुर सिखाए और राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित समारोह की सराहना की ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायधीश मनोज कुमार तिवारी ने पृथक राज्य आंदोलन में शहीद हुए आंदोलनकारियों को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि राज्य के चहुँमुखी विकास के लिये प्रत्येक व्यक्ति को योगदान देना होगा । कहा कि बुद्धिजीवी समाज होने के कारण इस कार्य में अधिवक्ताओं की अधिक भूमिका है । उन्होंने “रूल ऑफ लॉ” की स्थापना में अधिवक्ताओं की भूमिका व चुनौतियों का भी उल्लेख किया ।
हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायधीश रवीन्द्र मैठाणी ने कहा कि भू कानून, मूल निवास,पलायन,बेरोजगारी,शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे जिन मुद्दों को लेकर राज्य की जनता ने ऐतिहासिक आंदोलन किया और ये ही मुद्दे आज भी अपनी जगह हैं । पहाड़ में लगातार से “भुतहा गांवों” की संख्या लगातार बढ़ रही है ।
उन्होंने राज्य स्थापना के समय राज्य में न्यायालयों में लंबित वादों की वर्तमान में लंबित वादों से तुलना करते हुए कहा कि तब काफी कम न्यायिक अधिकारियों के बाद भी लंबित वाद कम थे । लेकिन अब न्यायिक अधिकारियों के पद बढ़ाये जाने व अन्य सुविधाओं के बावजूद लंबित वादों की संख्या में कई गुना वृद्धि हुई है । जो वादकारियों को सस्ता व सुलभ न्याय की परिकल्पना के विपरीत है ।
समारोह को न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल, न्यायमूर्ति पंकज पुरोहित, बार कौंसिल अध्यक्ष डॉ. महेंद्र सिंह पाल, महाधिवक्ता एस एन बाबुलकर आदि ने भी सम्बोधित किया । इससे पूर्व हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दुर्गा सिंह मेहता ने मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति सुधांशु धुलिया व हाईकोर्ट के न्यायधीशों,न्यायिक अधिकारियों व अधिवक्ताओं का स्वागत किया । साथ ही अतिथियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया ।
इस मौके पर पिछले 4-5 दिन से आयोजित हो रही खेल, आर्ट,निबंध आदि प्रतियोगिताओं के विजेताओं को ट्रॉफी व प्रमाण पत्र प्रदान किये । साथ ही प्रकाश एंड पार्टी पिथौरागढ़ से आये छोलिया दल ने ढोल नगाड़े व छोलिया की प्रस्तुति दी और नई दिशाएं समिति नैनीताल के कलाकारों ने किशन लाल के नेतृत्व में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये । अधिवक्ताओं के बच्चों ने “ब्वॉयज बैंड” नाम से प्रस्तुति दी । न्यायधीश पंकज पुरोहित व अधिवक्ता प्रत्युल धुसिया ने भी गीतों की प्रस्तुति दी ।
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा अधिवक्ता एम सी पन्त के सम्पादन में एक स्मारिका का भी प्रकाशन किया था । जिसका मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति धुलिया व अन्य न्यायधीशों ने विमोचन किया ।
समारोह का संचालन राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव प्रदीप मणी, मंच संयोजक कासिफ जाफरी,अधिवक्ता अनुराग विसरिया, वन्दना व सैय्यद नदीम मून ने किया । समारोह में वरिष्ठ अधिवक्ता अवतार सिंह रावत, एम सी कांडपाल, वी बी एस नेगी, डी के शर्मा,राजेन्द्र डोभाल, पुष्पा जोशी, मुख्य स्थायी अधिवक्ता सी एस रावत, शासकीय अधिवक्ता अमित भट्ट, वी पी नौटियाल, टी ए खान,सिद्धार्थ साह, अनिल जोशी,कुलदीप सिंह, एन एस कन्याल,ललित सामंत,कैलाश तिवारी,विनोद तिवारी, वीरेंद्र अधिकारी, दीप जोशी, ललित बेलवाल, डी के जोशी, योगेश पचौलिया, भुवनेश जोशी, एसोसिएशन के महासचिव वीरेंद्र सिंह,रजत मित्तल,मधु सामंत व अन्य पदाधिकारी व सदस्य, पूर्व विधायक डॉ. नारायण सिंह जंतवाल, हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जे सी एस रावत, न्यायमूर्ति राजेश टण्डन, हाईकोर्ट की रजिस्ट्रार जनरल कहकशां व अन्य रजिस्ट्रार सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद थे ।