नैनीताल। सोमवार को अवैध निर्माण कार्य के ध्वस्तीकरण के लिए गई जिला प्राधिकरण की टीम को लोगों का विरोध चलते बैरंग लौटना पड़ा। इस दौरान लोगों ने जिला विकास प्राधिकरण के अधिकारियों और कर्मचारियों पर घूसखोरी का आरोप लगा दिया। बता दें कि सोमवार को जिला विकास प्राधिकरण की टीम नगर के तल्लीताल सीमेंट हाउस क्षेत्र में 4 व्यक्तियों के निर्माण कार्य का ध्वस्तीकरण करने पहुंची लेकिन टीम को मौके पर पहुंची कार्रवाई शुरू करने से पूर्व ही वहां आसपास के लगभग 8 दर्जन से अधिक लोग एकत्र हो गए और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं होने दिया। और विरोध करने लगे, बता दे प्राधिकरण की टीम क्षेत्र में चंदन थापा,यश पाठक,नरेंद्र फर्त्याल,कैलाश आर्य के द्वारा अवैध भवन निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसको ध्वस्त करने के लिए प्राधिकरण की टीम पहुंची थी। लेकिन लोगों के विरोध के चलते अवैध निर्माण को ध्वस्त नहीं किया जा सका और प्राधिकरण पूरी टीम को बैरंग लौटना पड़ा। क्षेत्र के लोगों ने अधिकारियों पर घूसखोरी का आरोप लगाया और लोग उन पर भड़कने लगे प्राधिकरण की टीम के साथ मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने किसी तरह क्षेत्रवासियों को शांत करवाया जिसके बाद मौके से अधिकारी बिना किसी कार्यवाही के ही बैरंग लौट गए।क्षेत्रवासियों का विरोध देख मौके पर पहुंचे तहसीलदार नवाजिश ने क्षेत्र में लोगों से वार्ता कर कहा कि किसी भी व्यक्ति के निर्माण कार्य को बेवजह नहीं तोड़ा जाएगा, जिसके लिए उन्होंने कानूनी रूप से कार्रवाई करने की बात कही। इस मौके पर जिला विकास प्राधिकरण के सहायक अभियंता सतीश चौहान,अवर अभियंता कमल जोशी, सीएम शाह,इरशाद हुसैन, हेम उपाध्याय,महेश जोशी पूरन तिवारी खुशाल सिंह अधिकारी, सहित पुलिसकर्मी मौजूद थे।