नैनीताल। मल्लीताल गोवर्धन कीर्तन हाॅल में 28 दिसम्बर से श्री भगवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। इस ज्ञान यज्ञ के आयोजक विनीत चन्द्र शेखर जोशी (पप्पन जोशी ) आचार्य व्यास श्री भगवती प्रसाद जोशी व उनके सहयोगी भक्तजन हैं।
इस यज्ञ के दूसरे दिन व्यास भगवती प्रसाद जोशी ने बतलाया कि श्री भगवत महापुराण कि रचना महर्षि वेदव्यास जी ने द्वापर युग में कि जो इस कलियुग में भी कल्प वृक्ष के समान है, और सबके मनोरथों को पूर्ण करने वाला है।
उन्होंने कहा कि व्यास किसी व्यक्ति विशेष का नाम नहीं है,जो इस गद्दी पर बैठता है वो व्यास है और ये व्यास कौन से व्यास हैं। । उन्होंने बताया कि अलग-अलग मन्वन्तरों में अलग-अलग व्यास हुए अभी तक हम जो कथाएं कह रहे हैं,सुना रहे हैं चाहे वह जो भी पुराण हो वो कृष्णद्वैपायन जी के द्वारा लिखी गई है। उन्होंने कहा कि व्यास किसी भी युग में स्त्री नहीं बनी, किन्तु वर्तमान में बन रही हैं।
इस दौरान भजन मंडली के गायक कलाकारों ने बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति दी।
विशेष बात यह है कि व्यास जी ने सनातन संस्कृति के महत्व को बहुत ही प्रभावशाली ढंग अनेक उदाहरणों के साथ सांझा किया।