महाशिवरात्रि पर महर्षि के नन्हे बच्चों ने शिवार्चन के बाद भावातीत ध्यान किया ।
-महर्षि विद्या मंदिर ताकुला नैनीताल में अभिभावकों ने किया शिव पूजन
-मुख्य अतिथि डॉ. आरती पंत ने किया कार्यक्रम का शुभारंभ
नैनीताल। महाशिवरात्रि के अवसर पर जहां मंदिरों में शिवलिंग पर दुग्धाभिषेक और जलाभिषेक किया गया, तो वहीं स्कूलों में भी कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान महर्षि विद्या मंदिर ताकुला नैनीताल में अभिभावकों ने शिव पूजन किया। जिसके बाद नन्हे बच्चों ने भावातीत ध्यान कर महर्षि को याद किया। यहां आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कुमाऊं विवि की वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. आरती पंत ने किया। इससे पहले विद्यालय की प्रधानाचार्य पूजा जोशी ने अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम की शुरुआत शिव पूजन के साथ की गई। इस दौरान शिव के भजन कीर्तनों से विद्यालय का माहौल भक्तिमय रहा। जिसके बाद यहां स्थापित शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा की गई। स्कूल पहुंचे अभिभावकों ने शिवलिंग में जल और दूध चढ़ाया। जिसके बाद शिवार्चन का कार्यक्रम संपन्न हुआ। हवन यज्ञ में अभिभावक महेश गेड़ा, पूरन जोशी, हरीश सिंह बिष्ट, ललित मोहन मेहरा व मनोज मेहरा सपत्नीक शामिल हुए। आचार्य हरीश चंद्र जोशी ने धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराए। मुख्य अतिथि डॉ. आरती पंत ने शिवरात्रि का महत्व बताया। इस बीच उन्होंने स्थापना के बाद बेहद कम समय में विद्यालय की उपलब्धियों की सराहना की। साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में महर्षि के योगदान को साझा किया। कहा कि नोनिहालों के सर्वांगीण विकास को लेकर महर्षि संस्था ने देशभर में अपनी विशेष पहचान बनाई है। इस दौरान ध्यान गुरु चंचल पांडे ने ध्यान की कई विधाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शारिरिक स्वास्थ्य के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य भी महत्वपूर्ण है। जोकि ध्यान से बेहतर बनाया जा सकता है। इस बीच स्कूली बच्चों ने ध्यान लगाया। विद्यालय की प्रधानाचार्य पूजा ने कहा कि पढ़ाई के साथ ही संस्कृति से जुड़े सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी नितांत महत्वपूर्ण है। जिससे बच्चों में बेहतर ज्ञान का संचार किया जा सके। स्कूल में पठन पाठन व प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ ही इस तरह के कार्यक्रम भी समय समय पर आयोजित किए जाते हैं। इस मौके पर समस्त अभिभावक, शिक्षक व कर्मचारी मौजूद रहे।