(माधव पालीवाल)
नैनीताल । नैनीताल विधान सभा सीट पर भाजपा की सरिता आर्य व कांग्रेस के संजीव आर्य में बराबरी का मुकाबला नजर आ रहा है । भाजपा के पक्ष में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व, कोरोना काल में फ्री में बंट रहे निशुल्क राशन, किसान सम्मान निधि, भगवान श्रीराम का नाम है वहीं कांग्रेस के पक्ष में पार्टी के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त एकजुटता, कांग्रेस प्रत्याशी संजीव आर्य का अपने विगत कार्यकाल में किये गए विकास कार्यों की उपलब्धि गिनाना है। कांग्रेस के लिये आम आदमी पार्टी के हेम आर्य भी खतरा बताए जा रहे थे लेकिन मतदान के दिन आप के काउंटरों में छाई वीरानगी से कांग्रेस का यह खतरा भी कम हुआ है ।
नैनीताल शहर में अक्सर कांग्रेस जीतती रही है । जिसका एकमात्र कारण यहां करीब 4-5 हजार मुस्लिम मतदाताओं का होना है । इस बार भी मुस्लिम वोटर खुलकर संजीव आर्य के पक्ष में था । वाल्मीकि समाज का भी एक बड़ा वर्ग जिसमें सफाई कर्मचारी नेता भी शामिल हैं, कांग्रेस का समर्थन कर रहे थे । लेकिन ग्रामीण क्षेत्र खुर्पाताल,कोटाबाग में भाजपा को बढ़त मिलती दिख रही है ।ज्योलीकोट क्षेत्र में बराबरी का मुकाबला दिखा । भवाली में भी मुकाबला इस बार कांटे का नजर आ रहा है । जबकि पहले यहां कांग्रेस बढ़त बनाती थी । बेतालघाट में भी सरिता आर्य व संजीव आर्य में बराबरी दिख रही है । हालांकि अनुसूचित बाहुल्य क्षेत्रों में कांग्रेस को मामूली बढ़त मिलती दिखी । पंगोट बगड़ में कुछ लोग सरिता आर्य के पिछले कार्यकाल से असंतुष्ट थे । बगड़ के एक मतदाता ने कहा कि उन्होंने तत्कालीन विधायक सरिता आर्य को सड़क की समस्या बताई तो उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में सड़कें ऐसी हो होती हैं, कहा था । जबकि संजीव आर्य के कार्यकाल में सड़कें बेतालघाट,कोटाबाग तक मिली व ठीक भी हुई । इस तरह विकास के नाम पर संजीव आर्य वोट पाने में सफल होते दिख रहे हैं । जबकि गांवों में हर हर मोदी,जय श्रीराम के नारे भी खूब लग रहे थे । जाहिर है यदि राम लहर,मोदी लहर चल पड़ी तो भाजपा को रोकना मुश्किल होगा ।
पिछले चुनाव में सरिता आर्य व संजीव आर्य में मुकाबला हुआ था । लेकिन पार्टियां अलग थी । तब भाजपा के संजीव आर्य ने कांग्रेस की सरिता आर्य को 7 हजार मतों से हराया था । जबकि निर्दलीय हेम आर्य 5505 मत प्राप्त करने में सफल रहे थे । लेकिन इस बार हेम आर्य अपना यह जनाधार बरकरार रख पाएंगे यह देखना भी दिलचस्प होगा । उत्तराखण्ड क्रांति दल के ओमप्रकाश व बसपा के राजकमल सोनकर नैनीताल,भवाली,बेतालघाट में चुनाव प्रचार में ही कम दिखे या यूं कहें कि दिखे ही नहीं और इस तरह की चर्चाऐं व अटकलें 9 मार्च तक जारी रहेंगी