*कही सुनी बातों से भ्रामक स्थिति पैदा हो रही है 2 अक्टूबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण पर-:*
श्राद्ध पक्ष में ग्रहण के प्रभाव के कारण कुछ व्यक्तियों में यह भ्रम उत्पन्न हो रहा है।कि क्या इस दिन श्राद्ध कर्म किया जाएगा।यदि आप भी इसी प्रकार की शंका में हैं,तो आपको सूचित किया जाता है कि यह
ग्रहण भारत में दृष्टिगोचर नहीं होगा। अतःइस ग्रहण का सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा। इसलिए धार्मिक दृष्टि से इस ग्रहण की कोई मान्यता नहीं है। अतः सभी पाठकों एवं श्रद्धालु जनों को अवगत करना चाहुंगा कि आप लोग कही सुनी बातों पर ध्यान न देते हुए श्रद्धा पूर्वक इस दिन श्राद्ध, तर्पण कर सकते हैं।
*जानें कब और कहां घटती है सूर्यग्रहण की खगोलीय घटना।*
2 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारतीय मानक समय के अनुसार रात्रि 9:13 पर प्रारंभ होगा और प्रातः 3:17 बजे समाप्त होगा। सूर्य ग्रहण रात्रि को लगने के कारण भारत में नजर नहीं आयेगा और ना ही इसका सूतक काल मान्य होगा।यह ग्रहण अर्जैंटीना , प्रशान्त महासागर, दक्षिण अमेरिका आदि देशों में दिखाई देगा।
*इन राशियों पर पड़ेगा प्रभाव -:*
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, सूर्य ग्रहण वृष,
मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, वृश्चिक और मीन
राशि के जातकों के लिए शुभ परिणाम ला सकता है। इस अवधि में आपको व्यवसाय में उन्नति प्राप्त हो सकती है। इसके
अतिरिक्त, नौकरी करने वाले व्यक्तियों को अपने कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारियों का सामना करना पड़ सकता है।
*आचार्य पंडित प्रकाश जोशी गेठिया नैनीताल*