अल्मोड़ा । विकास खंड भैसियाछाना के ग्राम पंचायत नौगांव के ग्राम रीम निवासी 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला बचुली देवी दीपावली की शाम घर आंगन के सीढ़ी में गिरकर जख्मी हो गई । लेकिन गांव में स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव व सड़क के न होने से उन्हें रात में उपचार के लिये निकटवर्ती अस्पताल कनारीछीना नहीं ले जाया जा सका और सोमवार की सुबह डोली की मदद से ग्रामीण उन्हें कनारीछीना लाये ।
यह बुजुर्ग महिला रीम निवासी सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप सिंह नेगी की मां हैं । उन्होंने बताया कि उनकी मां कुछ दिन से अस्वस्थ थी और कमजोरी के कारण दीवाली की शाम 6 बजे सीढ़ी में गिर गई और उनके सिर में चोट लग गई । वे खून से लतपथ हो गई । उनका जैसे तैसे खून बहना बंद किया लेकिन सड़क के अभाव में उन्हें स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल सकी और सुबह तक इंतजार करना पड़ा । सुबह डोली के सहारे उन्हें उनके पुत्र प्रताप सिंह नेगी,भतीजा महिपाल सिंह नेगी,आंनद सिंह नेगी,रघुबर सिंह आदि रीम से निकटवर्ती अस्पताल कनारीछीना लाये । गांव का पैदल रास्ता भी रास्ता अत्यंत खराब है । इस रास्ते से डोली में किसी बीमार व्यक्ति को ले जाना बेहद खतरनाक है ।
नौगांव, रीम के ग्रामीण लम्वे समय से सड़क की मांग को लेकर आंदोलित हैं । लेकिन कनारीछीना, बिनूक पतलचौरा सड़क मार्ग अभी तक कागजों में सीमित है। शासन प्रशासन की अनदेखी से आज भी इस सड़क मार्ग निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ । कनारीछीना से पतलचौरा गांव,रीम,पिपल खेत,बिनूक आदि गांवों से किसी गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गो को कनारीछीना दो से तीन किलोमीटर चढ़ाई व ढलान वाले रास्ते से डोली ले जाना पड़ता है। जो सरकारों के विकास के तमाम दावों के विपरीत है । ग्रामीणों ने एक बार फिर सरकार से इस सड़क की सुध लेने की मांग की है ।