तीन दिन पूर्व हल्द्वानी में हुए व्यवसायी अंकित चौहान हत्याकांड का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट ने खुलासा किया है । यह हत्या अंकित की प्रेमिका माही ने अपने दूसरे ब्यायफ्रेंड दीप कांडपाल व सपेरे की मदद से की ।
एस एस पी ने बताया कि रामबाग कालोनी रामपुर रोड निवासी अंकित चौहान पुत्र स्व. धर्मपाल सिंह चौहान की बीते शनिवार की सुबह तीनपानी रेलवे क्रासिंग के पास अपनी ही कार की पिछली सीट पर लाश मिली थी । व्यवसायी अंकित की मौत के पीछे पहले कार की एसी से निकलने वाली कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस को वजह माना जा रहा था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंकित के दोनों पैरों पर सांप के डसने की बात सामने आई तो कहानी उलट गई। हत्या की बात तब और पुख्ता हो गई, जब पुलिस ने तीनपानी में लगे सीसीटीवी में अंकित की कार के पास एक और कार को खड़ा देखा। पुलिस बहुउद्देशीय भवन में मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि अंकित के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली गई तो बरेली रोड गोरापड़ाव में रहने वाली माही का नाम सामने आया।
अंकित की बहन ईशा चौहान पहले ही माही और दीप कांडपाल के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट हल्द्वानी कोतवाली में दर्ज करा चुकी थी। माही की कॉल डिटेल से भोजीपुरा बरेली के रहने वाले सपेरे रमेश नाथ और हल्दूचौड़ के रहने वाले दीप कांडपाल का नंबर सामने आया । सपेरे का नाम सामने आते ही हत्या की तस्वीर साफ होने लगी।
तलाश में जुटी पुलिस ने सपेरे रमेश नाथ को गिरफ्तार किया तो सारा मामला खुल गया। उसने बताया कि अंकित की हत्या माही के घर में की गई। जिसमें माही के साथ खुद सपेरा, माही का कथित ब्वॉयफ्रेंड दीप कांडपाल, नौकर राम अवतार और रामअवतार की पत्नी शामिल थी। सपेरे के अलावा अन्य चारों फरार हो चुके हैं। सपेरे के मुताबिक सभी नेपाल में छिपे हैं।
घटना में सपेरे रमेश को शामिल करने के लिए माही ने पहले उसे गुरू बनाया और फिर नजदीकी बढ़ाकर उसे अपने घर ले आई। माही उसके साथ दो बार हमबिस्तर हुई और कत्ल को मुकम्मल अंजाम तक पहुंचाने के लिए 10 हजार रुपये भी दिए। पुलिस ने न सिर्फ सपेरे को गिरफ्तार किया बल्कि उसका मोबाइल और कत्ल के लिए दिए गए 10 हजार रुपये भी बरामद कर लिए हैं।
इससे पहले दोपहर 3 बजे ही सपेरा कोबरा सांप लेकर माही के घर पहुंच चुका था। माही ने सपेरे और नौकर-नौकरानी को मंदिर के कमरे में छिपा दिया था। जिसके बाद रात कथित ब्वॉयफ्रैंड दीप कांडपाल स्कूटी से माही के घर पहुंचा। योजना के तहत नशीली गोली खिलाकर अंकित को बेहोश कर दिया गया।
जिसके बाद उसे बेड पर उल्टा लिटाया गया। होश में आकर अंकित विरोध न करने लगे तो सांप से डसवाने से पहले एक ने उसके हाथ, दो ने उसके पैर पकड़े और चौथा अंकित की पीठ पर लद गया। जिसके बाद सपेरे रमेश ने कोबरा से अंकित के एक पैर में डसवाया, लेकिन वह जिंदा न रह जाए तो दूसरे पैर में भी ठीक उसी स्थान पर डसवाया गया। जिसके बाद उसे उसी की गाड़ी में तीन पानी के पास छोड़ दिया गया । सपेरे के अनुसार माही, अंकित के बहुत ज्यादा रोक टोक से परेशान थी । अब उसका एक और ब्यायफ्रेंड था ।