भीमताल । कुमाऊं विश्वविद्यालय के भीमताल स्थित कम्युनिटी कॉलेज द्वारा उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद की वित्तीय सहयोग के साथ फूड टेक्नोलॉजी एंड न्यूट्रिशन विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया। संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत ने खाद्य तकनीक के क्षेत्र में नवीन विधाओं, प्रौद्योगिकी के महत्व की जानकारी देते हुए भारतीय संस्कृति में खानपान की विशिष्टता का उल्लेख करते हुए इस क्षेत्र में नवीन नवाचार और स्टार्टअप पर जोर दिया तथा भविष्य में पी एम उषा योजना के तहत विश्वविद्यालय को प्राप्त मेरु योजना की 100 करोड़ अनुदान से विश्वविद्यालय में विभिन्न केंद्रों, पाठ्यक्रमों प्रारंभ किए जाने के साथ भविष्य में विश्वविद्यालय की नवीन गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के एमेरिटस प्रोफेसर चंद्रशेखर मथेला ने खाद्य तकनीक एवं न्यूट्रीशन पर केंद्रित होकर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया जिसमें विभिन्न तकनीक के साथ खाद्य विशिष्टता पर केंद्रित होकर गुणवत्ता के परिष्करण पर चर्चा की।
संगोष्ठी में कुल तीन वैज्ञानिक सत्र का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानकीकरण ब्यूरो की उपनिदेशक मोनिका पूनिया द्वारा सरकार द्वारा खाद्य नियंत्रण की संबंध में नवीन प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी गई एवं उपभोक्ता केंद्रित नीतियों पर जोर दिया और ब्यूरो द्वारा भविष्य में शैक्षिक संस्थानों के साथ मिलकर कार्य करने की बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता भीमताल परिसर के निदेशक प्रो एल के सिंह ने की वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रो केo केo पांडे, प्रो दिव्या उपाध्याय, उत्तराखंड राज्य होटल मैनेजमेंट संस्थान टिहरी के निदेशक प्रोफेसर यशपाल नेगी, राष्ट्रीय माइक्रोबायोलॉजी संस्थान करनाल के प्रभारी वैज्ञानिक अनिल कुमार पुनिया सहित कहीं गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
वैज्ञानिक सत्र में विशेषज्ञ प्रो अनिल कुमार पुनिया, प्रो यशपाल नेगी एवं उत्तराखंड खाद्य एवं औषधि विभाग की खाद्य विश्लेषक ज्योति सनवाल सती द्वारा भी अपना व्याख्यान दिया गया। इसके अतिरिक्त वैज्ञानिक सत्र केवल डा आरती भारद्वाज, प्रो गीता तिवारी एवं प्रो केo केo पांडे द्वारा अध्यक्षता की गई। संगोष्ठी के संयोजक एवं कम्युनिटी कॉलेज के प्राचार्य प्रो कुमुद उपाध्याय द्वारा जानकारी दी गई कि संगोष्ठी हेतु कुल 226 प्रतिभागियों द्वारा पंजीकरण किया गया एवं कुल 56 सारांश पत्र प्रस्तुत हुए जिसके सापेक्ष 30 पोस्टर प्रस्तुत हुए जिनमें सफल शोधार्थियों को पुरुस्कृत किया गया, उन्होंने संगोष्ठी के सफल आयोजन हेतु उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद का विशेष आभार व्यक्त किया।
संगोष्ठी का संचालन डॉक्टर रिशेंद्र कुमार एवं डा संतोष उपाध्याय द्वारा किया गया वहीं आयोजक सचिव डा तीरथ कुमार सहित कार्यक्रम में राकेश तिवारी, डॉ सपना, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के डा मनोज पांडे, जी पी पैंट संस्थान से आदर्श पंत, भीमताल परिसर के डॉ नरेंद्र कुमार, डा कोमल चंद्रा, डा मनीषा पाठक, ललिता पलड़िया, स्वाति जोशी, चंद्रकांता विश्वकर्मा, रितिका अरोरा, नरेश पंत सहित अदिति रौतेला, मनोज पलडिया, पूनम आर्या मनोज शर्मा, विनोद कुमार, कृष्ण शर्मा, तारा दत्त उप्रेती, ललित उपाध्याय सहित परिसर एवं विश्वविद्यालय की शिक्षक एवं कर्मचारी शामिल हुए।