नैनीताल । अखिल भारतीय विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर बुधवार को देशभर के विश्वविद्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में विरोध दिवस मनाया गया। इसके तहत कुमाऊं विश्वविद्यालय के कर्मचारियों द्वारा भी उत्तराखंड विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ एवं कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षणेतर कर्मचारी महासंघ के नेतृत्व में प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन विश्वविद्यालय के कुलसचिव को सौंपा गया।
उत्तराखंड विद्यालय कर्मचारी महासंघ के मुख्य संरक्षक भूपाल सिंह करायत, अध्यक्ष कुलदीप सिंह, महामंत्री डा लक्ष्मण सिंह रौतेला ने बताया की देशभर के विश्वविद्यालयों की विभिन्न मांगें लंबे समय से लंबित हैं जिसमें देशभर के कर्मचारियों को एक समान वेतन व्यवस्था यूजीसी वेतनमान दिए जाने की मांग प्रमुख है । इसके अतिरिक्त शिक्षा में देश की जीडीपी का 6% योगदान सुनिश्चित करना भी एक प्रमुख मांग है। विभिन्न विश्वविद्यालयों में कार्यरत संविदा, दैनिक, तदर्थ कर्मचारियों को नियमित करने एवं कार्यरत कर्मचारी की समयबद्ध पदोन्नति, विश्वविद्यालय में लंबे समय से रिक्त पदों पर नियुक्ति किये जाने एवं पुरानी पेंशन योजना लागू किये जाने की मांग प्रमुख है। महासंघ के अध्यक्ष एवं महामंत्री के हस्ताक्षरित उक्त ज्ञापन उत्तराखंड विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के मुख्य संरक्षक एवं अखिल भारतीय विश्वविद्यालय महासंघ के कार्यकारिणी सदस्य भूपाल सिंह करायत, विश्वविद्यालय महासंघ के महामंत्री दीपक जोशी, प्रशासनिक भवन शाखा के उपाध्यक्ष चंद्रशेखर पंत, आशा आर्या, सचिव जगदीश चंद्र, उपसचिव संजीत राम, पूर्व कोषाध्यक्ष राजेंद्र कुमार, प्रकाश पाठक, डा नीरज साह, हरीश जोशी आदि द्वारा दिया गया।