नैनीताल ।
विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर शनिवार को 05 यूके नेवल यूनिट एनसीसी, नैनीताल तथा डीएसबी परिसर, कुमाऊँ विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में बी डी पांडे अस्पताल में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
इस शिविर का उद्देश्य समाज में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाना तथा युवाओं को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों ने मानवीय मूल्यों और सामाजिक उत्तरदायित्व का परिचय देते हुए यह संदेश दिया कि “रक्तदान – जीवनदान” का एक सशक्त माध्यम है।
इस अवसर पर यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन चंदर विजय नेगी ने उपस्थित कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि रक्तदान एक महान कार्य है, जो हर वर्ष लाखों लोगों की जान बचाता है। यह न केवल मानव जीवन की रक्षा करता है, बल्कि समाज में सेवा की भावना को भी सशक्त करता है। उन्होंने युवाओं से नियमित रक्तदान करने का आह्वान किया। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे इस पुनीत कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लें और एक स्वस्थ, जागरूक व मानवीय समाज की स्थापना में योगदान दें।
एनसीसी अधिकारी सब लेफ्टिनेंट डॉ. रीतेश साह ने बताया कि विश्व रक्तदाता दिवस प्रत्येक वर्ष 14 जून को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाना, स्वैच्छिक रक्तदाताओं को सम्मानित करना और सुरक्षित रक्त की उपलब्धता के महत्व को रेखांकित करना होता है।
उन्होंने बताया कि यह दिवस नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. कार्ल लैंडस्टीनर की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है। डॉ. लैंडस्टीनर ने सन् 1901 में रक्त समूहों की खोज की थी, जिससे रक्त संक्रमण (Blood Transfusion) की प्रक्रिया को सुरक्षित और संभव बनाया जा सका। उनकी इस ऐतिहासिक खोज के कारण आज हम किसी भी रोगी को उसके अनुकूल रक्त समूह उपलब्ध कराकर उसकी जान बचा सकते हैं।रक्तदान दिवस का मुख्य उद्देश्य समाज में यह संदेश देना है कि स्वैच्छिक, निःस्वार्थ और नियमित रक्तदान से हम असंख्य लोगों की जान बचा सकते हैं ।
रक्तदान करने वालों में एनसीसी अधिकारी सब लेफ्टिनेंट डॉ. रीतेश साह (15वीं बार रक्तदान), पेटी ऑफिसर सुधीर थलवाल तथा कुमाऊँ विश्वविद्यालय, डीएसबी परिसर के कैडेट्स निष्ठा जोशी, नेहा छिमवाल, ज्योति दानू, बीना बसेड़ा, संदीप आर्य, समृद्धि साह, हिमांशु, दीपक नाथ एवं पूर्व एनसीसी कैडेट मानस पाठक प्रमुख रूप से शामिल रहे। इन सभी ने यह उदाहरण प्रस्तुत किया कि रक्तदान न केवल मानवता की सेवा है, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी और संकल्प का प्रतीक भी है।
इस कार्यक्रम में कार्यकारी अधिकारी लेफ्टिनेंट कमांडर अनिल मनहास, डॉ. ममता पांगती (पैथोलॉजिस्ट), मुख्य प्रशिक्षक पेटी ऑफिसर ए. के. प्रधान, पेटी ऑफिसर आर. के. गुज्जर, पेटी ऑफिसर सुधीर थलवाल, लीडिंग लॉजिस्टिक्स राजेश बेनीवाल, लीडिंग सीमैन करमवीर, लैब तकनीशियन कृष्णपाल सिंह, तथा अनुष्का ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया।