नैनीताल । नैनीताल शहर के एक बूथ में महज 21 फीसदी मतदान हुआ है । जबकि एक बूथ में 76.74 फीसदी लोगों ने मतदान किया । नैनीताल शहर सहित खुर्पाताल,मंगोली,सौड़ बगड़ क्षेत्र में 50 फीसदी मतदान हुआ है । नैनीताल शहर के 43 बूथों में कुल पंजीकृत 33029 मतदाताओं में से 15585 लोगों ने मतदान किया जो 47.18 फीसदी है ।
निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार नैनीताल शहर के प्राइमरी पाठशाला तल्लीताल में बने एक बूथ में 633 मतदाताओं में से 130 लोग ही मतदान के लिये आये । जो करीब 21 फीसदी मतदान है । इसी स्कूल के एक अन्य बूथ में 564 मतदाताओं में से 151 लोगों ने मत दिया । जो करीब 26.77 फीसदी है । ऐशडेल स्कूल सूखाताल के एक बूथ में भी 1064 मतदाताओं में से 328 लोगों ने मतदान किया है जो केवल 32.34 फीसदी है ।
नैनीताल के नारायननगर में बने बूथ में 394 में से 302 मतदाताओं ने मतदान किया । जो करीब 76.64 फीसदी है । जबकि मंगोली व खुर्पाताल में 68 फीसदी मतदान हुआ है ।
नैनीताल शहर के 43 व खुर्पाताल,बजून मंगोली, रोखड़,थापला, पांडेगांव, सौड़ बगड़, घुघ्घू खान, मेहरोड़ा आदि क्षेत्रों के 70 बूथों में कुल पंजीकृत 48677 मतदाताओं में से 24347 लोगों ने मतदान किया । जो करीब 50 फीसदी है ।
इन 70 बूथों में 43 बूथ शहरी व 27 बूथ ग्रामीण हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में मत प्रतिशत अधिक होने से भाजपाई खेमा खुश है । जबकि नैनीताल शहर में जिन क्षेत्रों में कांग्रेस को अधिक मजबूत माना जाता है उन क्षेत्रों में मतदान अधिक हुआ है ।
नैनीताल क्षेत्र में भाजपा व कांग्रेस ही आमने सामने हैं । इसके अलावा यहां बसपा व अन्य प्रत्याशियों के कोई समर्थक नहीं देखे गए और न ही उनके लोग यहां प्रचार को आ सके । इस चुनावी समीकरण के हिसाब से कांग्रेस स्वयं को भाजपा को टक्कर देने का दावा कर रही है । लेकिन मतदान के दिन चुनावी माहौल भाजपा के पक्ष में ही नजर आया । हो सकता है कि नैनीताल क्षेत्र में हार जीत का अंतर 2019 के मुताबिक कुछ कम हो ।