उत्तराखंड का समग्र राजनैतिक इतिहास पुस्तक में थारू जनजाति पर की गई टिप्पणी के खिलाफ थारू समाज की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर खटीमा पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है ।

विदित हो कि क्षेत्र के थारू समाज के लोगों ने पिछले दिनों प्रो.अजय सिंह रावत पर उत्तराखंड का समग्र राजनैतिक इतिहास पुस्तक में थारू जनजाति पर अपमान जनक टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की व जुलूस निकालकर धरना प्रदर्शन किया था।

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थारू जनजाति के लोगों को कहना है कि पुस्तक मे थारू समाज को लेकर अपमान जनक शब्दों का प्रयोग कर उन्हें अपमानित किया है। राणा थारू परिषद अध्यक्ष दान सिंह राणा की तहरीर पर प्रो. अजय सिंह रावत के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
इधर इतिहासकार और पर्यावरणविद डॉ.अजय रावत का कहना है कि उनकी पुस्तक “उत्तराखंड का समग्र राजनीतिक इतिहास 1949 तक” में थारु जनजाति के बारे में प्रकाशित वर्णन का संदर्भ एचआर नेविल द्वारा रचित गवर्नमेंट गजेटियर से लिया गया है। इसे वर्ष 1904 में यूनाइटेड प्रोविंसेज सरकार ने प्रकाशित किया है। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। यदि समाज के किसी व्यक्ति को इससे ठेस पहुंची है तो वह इसके लिए पहले ही खेद व्यक्त कर चुके हैं और किताब के प्रकाशक ने बाजार में मौजूद इस किताब को वापस मंगा लिया है। अब बाजार में विवाद वाले अंश को हटाकर नया संस्करण उपलब्ध
कर दिया है ।

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